Weather Today In Chhattisgarh: इस साल का अप्रैल महीना खत्म हो चुका है और मई के महीने की शुरुआत भी हो गया है. अमूमन ऐसा देखा जाता था कि अप्रैल महीने में गर्मी और तेज धूप रहती है और लोग गर्मी परेशान नजर आते है. गर्मी अप्रेल महीने में अपने शुमार पर आ जाती है. लेकिन छत्तीसगढ़ में ऐसा लग रहा है कि गर्मी के दिनों में बारिश का महीना चल रहा है. पिछले कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में काले घने बादल छाए हुए हैं और कई इलाकों में तेज बारिश और आंधी, वज्रपात और ओलावृष्टि गिर रहा है.


छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से आसमान में काले बादल छाए हुए हैं. छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में बारिश हो रही है. आंधी और वज्रपात के साथ ओलावृष्टि भी हो रही है. लोगों को गर्मी के दिनों में बारिश का नजारा देखने को मिल रहा है. लोग गर्मी के समय रेनकोट और छाता लेकर अब घर से निकल रहे हैं. अमूमन ऐसा देखा जाता था कि अप्रैल महीने में तेज गर्मी और धूप निकल आती थी लेकिन इस साल मई महीने की शुरुआत हो गई है लेकिन छत्तीसगढ़ में कई इलाकों में अब भी बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ के 27 जिलों में एल्लो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.


मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ में फिर जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ के इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है जिनमें से बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर, कोंडागांव, नारायणपुर और सुकमा जिलों में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने, वज्रपात होने, ओलावृष्टि और मध्यम वर्षा होने की संभावना है. मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि प्रदेश के कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, कबीरधाम, राजनांदगांव, मुंगेली, कांकेर जिलों में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने, वज्रपात होने, ओलावृष्टि और हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. सरगुजा, जशपुर, बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर, रायगढ़, रायपुर, बलोदाबाजार, महासमुंद, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, धमतरी और गरियाबंद जिलों में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने, वज्रपात होने तथा हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है.



वज्रपात और आंधी से बचने के लिए मौसम विभाग ने दिए सुझाव
मौसम विभाग ने आंधी, तूफान, वज्रपात से होने वाले नुकसान और बचने के सुझाव भी दिए हैं. मौसम विभाग ने कहा है कि घांस-फूस की झोपड़ियों और एसबेस्टस की छत वाले घरों को नुकसान हो सकता है. घर के छप्पर उड़ सकते हैं. अधूरे बंधे धातु की चादरें उड़ सकती हैं. पेड़ों के नीचे आश्रय न ले. गड़गड़ाहट सुनने के बाद घर के अंदर जाए या सुरक्षित पक्के आश्रयों की तलाश करें. अगर कोई आश्रय उपलब्ध नहीं हैं तो तुरंत उखडू बैठ जाएं. बिजली / इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग न करें. बिजली की लाईनों से दूर रहें.


Chhattisgarh: IPS अधिकारी के सामने कांग्रेस कार्यकर्ता को गुटखा खाना पड़ा महंगा, जमकर हुआ बवाल