Narayan Chandel Profile: जानें कौन हैं नारायण चंदेल? छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया गया
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने 3 बार के विधायक रहे नारायण चंदेल को छत्तीसगढ़ विधानसभा का नया नेता प्रतिपक्ष बनाया है. नारायण चंदेल को धरमलाल कौशिक की जगह विधायक दल का नेता चुना गया है.
Who is Narayan Chandel: छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)के विधायक दल ने जांजगीर-चांपा विधानसभा क्षेत्र से विधायक नारायण चंदेल को अपना नया नेता चुना है. बीजेपी की विधायक दल की बैठक में फैसला लिया गया है कि नारायण चंदेल धरमलाल कौशिक की जगह लेंगे. इसी के साथ विपक्ष में बीजेपी सबसे बड़ा दल होने के नाते उसके नेता चंदेल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी होंगे. बीजेपी नेताओं ने बुधवार को बताया कि पार्टी के मुख्यालय ‘कुशाभाऊ ठाकरे परिसर’ में आज दोपहर बाद बीजेपी विधायक दल की बैठक आयोजित की गई, जिसमें नए नेता का चुनाव किया गया.
राज्य में साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार के बाद पार्टी ने तब अपने 15 विधायकों में से पिछड़े वर्ग के नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक को नेता चुना था. वह राज्य के पांचवे और बीजेपी के दूसरे नेता प्रतिपक्ष चुने गए थे. राज्य में पिछले दिनों नए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अरुण साव की नियुक्ति के बाद राज्य में नए नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति के कयास लगाए जा रहे थे.
पिछड़े वर्ग के प्रमुख नेता माने जाते हैं नारायण चंदेल
छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए नेता प्रतिपक्ष चंदेल का जन्म 19 अप्रैल वर्ष 1965 को जांजगीर-चांपा जिले के नैला स्थान में हुआ है. चंदेल राज्य में पिछड़े वर्ग के प्रमुख नेता माने जाते हैं. चंदेल वर्ष 1998 में पहली बार अविभाजित मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. इसके बाद वह साल 2008 और 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए चुने गए. नारायण चंदेल छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष भी रहे हैं तथा पार्टी में विभिन्न पदों पर कार्य करने का अनुभव है.
विधानसभा चुनाव को देखते हुए लिया है फैसला
राज्य में वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के पिछड़े वर्ग में बहुसंख्यक साहू समाज से आने वाले अरुण साव को राज्य बीजेपी का कमान सौंपने के बाद कुर्मी समाज से आने वाले नारायण चंदेल की नेता प्रतिपक्ष के रूप में नियुक्ति को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. राज्य के 90 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 14 विधायक हैं जबकि सत्ताधारी कांग्रेस के 71, बहुजन समाज पार्टी (बसपा)के दो तथा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के तीन विधायक हैं.