Durg News: क्या राजनीतिक पार्टियों की वजह से दुर्ग से होगी छत्तीसगढ़ में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत?
दुर्ग में तीन नगर निगम और एक नगर पालिका परिषद् में चुनाव हो रहे हैं. सभी राजनीतिक पार्टियां रैलियां निकाल रहे हैं. बैठकें हो रही हैं. ऐसे में ऐसा ही लग रहा है कि इन्हें कोरोना से अब डर नहीं लग रहा है.
Durg News: देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट 'ओमिक्रॉन' से दहशत है तो वहीं छत्तीसगढ़ के दुर्ग में राजनीतिक पार्टियां चुनाव में मस्त है. ना तो उनके द्वारा कोरोना के नियम का पालन किया जा रहा है और ना ही मास्क लगाया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग भी नहीं रख रहे हैं. यह देखकर तो यही लगता है कि छत्तीसगढ़ में तीसरी लहर का शुरुआत यहीं से हो सकती है.
दरअसल दुर्ग जिले में तीन नगर निगम और एक नगर पालिका परिषद् में चुनाव हो रहे हैं. सभी राजनीतिक पार्टियां भीड़ में रैलियां निकाल रहे हैं और बैठकों का दौर जारी है. ऐसे में ऐसा ही लग रहा है कि इन राजनीतिक पार्टियों को कोरोना से अब डर नहीं लग रहा है. लेकिन आपको बता दें कि कोरोना के नए वेरिएंट 'ओमिक्रॉन' के आने से पूरे देश में दहशत का माहौल है और केंद्र सरकार इस नए वेरिएंट पर नजर रखी हुई है.
दूसरी लहर में छत्तीसगढ़ का दुर्ग जिला हुआ था कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित
जब देश में कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत हुई थी तो महाराष्ट्र राज्य के बाद छत्तीसगढ़ का कोरोना से सबसे प्रभावित जिला दुर्ग था. कोरोना से मरने वाले की संख्या इतनी बढ़ गई थी कि श्मशान घाटों में शवों को जलाने के लिए जगह कम पड़ गई थी. लोगों को लाइन लगाना पड़ रहा था. इतना ही नहीं इतनी बड़ी तादाद में यहां कोरोना के मरीज मिल रहे थे कि अस्पतालों में बेड की किल्लत हो गई थी. आज तक दुर्ग के लोग उस भयावह दौर को भूले नहीं हैं. जब भी दुर्ग की वह तस्वीर नजरों के सामने आती है, जहन में डर समा जाता है. इसके बावजूद दुर्ग में राजनीतिक पार्टियों द्वारा इस तरह की लापरवाही बरती जा रही है.
पिछले 10 दिनों में जिले में मिले हैं 41 कोरोना मरीज
पिछले 10 दिनों की बात की जाए तो जिले में अब तक 41 कोरोना के मरीज मिल चुके हैं. हालांकि बड़ी संख्या में लोग कोरोना टेस्ट कराने के लिए भी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं. लेकिन जिस तरह से कोरोना के मरीजों की संख्या में पिछले 10 दिनों में वृद्धि हुई है, उसे रोकने के उपाय करने होंगे. नहीं तो फिर से दुर्ग जिले में कोरोना हाहाकार मचा सकता है.
शासन-प्रशासन को सख्ती बरतने की जरूरत
जिस तरह से दुर्ग जिले में चुनावी माहौल में राजनीतिक पार्टियों के लोग कोविड-19 के नियमों की अनदेखी कर बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के बिना रैलियों में शामिल हो रहे हैं. भीड़ इकट्ठा कर रहे हैं. इस पर अगर शासन-प्रशासन द्वारा सख्ती नहीं बरती जाती है तो कोरोना एक बार फिर से दुर्ग जिले में दस्तक देकर हाहाकार मचा सकता है.
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