LPG Cylinder Price: गैस के कम दाम का छत्तीसगढ़ की महिलाओं ने किया स्वागत, लेकिन उज्ज्वला योजना में इस बात से हैं परेशान
Ujjwala Yojana: LPG के दाम कम करने से बस्तर की महिलाओं ने भी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है और महंगाई से राहत की सांस ली है, लेकिन केंद्र सरकार की उज्जवला योजना को लेकरबड़ा खुलासा किया है.
Ujjwala Yojana in Chhattisgarh: रक्षाबंधन के पर्व पर केंद्र सरकार ने एलपीजी के दाम 200 रुपये कम कर देशवासियों को बड़ी राहत दी है, इसको लेकर छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी महिलाओं ने इस फैसले का स्वागत किया है, महिलाओं का कहना है की बढ़ती महंगाई के बीच एलपीजी के दाम कम करने से जरूर उन्हें राहत मिली है, लेकिन इन सब के बीच बस्तर में केंद्र सरकार की सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक उज्ज्वला योजना का काफी बुरा हाल है. इस योजना को शुरू हुए 7 साल बीतने के बाद भी बस्तर जिले में 30% गरीब परिवारों को लाभ नहीं मिल पाया है.
जिस वजह से उज्ज्वला योजना का लाभ ले रहे लोगों के लिए केंद्र सरकार के द्वारा 400 रुपये कम कर राहत देने के बावजूद इसका लाभ बस्तर के गरीब परिवारों को नहीं मिल पा रहा है, उनका कहना है कि इस योजना के लिए आवेदन किये 4 साल बीत चुके हैं लेकिन उन्हें आश्वासन के अलावा और कुछ नहीं मिला है, लिहाजा बस्तर जिले के बीपीएल कार्ड धारक हजारों गरीब परिवारों को उज्ज्वला योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
महिलाओं ने कहा -मिली है राहत
दरअसल रक्षाबंधन पर्व के 1 दिन पहले केंद्र सरकार ने कैबिनेट की बैठक में फैसला लेते हुए एलपीजी के दाम कम करने के निर्णय लिए और बुधवार से ही से लागू करने के आदेश दिए, हालांकि एलपीजी के दाम 200 रुपये कम होने से जरूर देश के अन्य राज्यों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ वासियों ने भी राहत की सांस ली है, लेकिन सरकार की उज्ज्वला योजना का बस्तर में काफी बुरा हाल है.
इस योजना के तहत केवल 200 रुपये में गैस कनेक्शन बीपीएल कार्ड धारक गरीब परिवारों को दिया जाना है. इस योजना के शुरुआत में तो कुछ हितग्राहियों को इसका लाभ भी मिला, लेकिन इसके बाद 7 साल बीतने के बाद भी बस्तर जिले की बात की जाए तो अब तक गरीब परिवारों में से केवल 30% लोगों को ही इस योजना का लाभ मिला है,और 70% लोग इस योजना से पूरी तरह से वंचित है.
'आज भी कई परिवार मिट्टी के चूल्हे में खाना पकाने को मजबूर हैं'
इधर सभी बीपीएल कार्ड धारी परिवारों ने बाकायदा इसके लिए फॉर्म भी भरा है और फार्म जमा किए 2 से 3 साल बीत गए हैं. जिला कलेक्टर कार्यालय के चक्कर काटते काटते कई परिवार हताश भी हो गए हैं. उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. महिलाओं का कहना है कि आज भी कई परिवार मिट्टी के चूल्हे में खाना पकाने को मजबूर हैं.
उम्मीद जरूर है कि इस योजना का लाभ उन्हें जरूर मिलेगा, लेकिन योजना के शुरू हुए 7 साल बीत जाने के बाद भी अब तक उन्हें लाभ नहीं मिला है. उनका कहना है कि अगर उन्हें उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन मिलता तो वे भी मोदी सरकार के द्वारा इस योजना का लाभ ले रहे परिवारों के लिए 400 रुपये एलपीजी के दाम कम कर लोगों को जो राहत दी है, इसका लाभ उन्हें भी मिल पाता.
हजारों परिवार उज्ज्वला योजना से है वंचित
इधर खाद्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि योजना की शुरुआत में ग्रामीण क्षेत्र के बीपीएल कार्डधारी हितग्राहियों को सबसे पहले उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन दिया जाना था, लेकिन वर्तमान में अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में शत प्रतिशत सभी गरीब परिवारों को उज्ज्वला योजना का लाभ नहीं मिल पाया है, हालांकि शहरी क्षेत्र में भी कुछ लोगों को जरूर इस योजना का लाभ मिला है. कोशिश की जारी है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस योजना का लाभ मिल सके.
वहीं जिन परिवारों ने इस योजना का लाभ भी लिया है उन्होंने पिछले कई महीनों से दोबारा सिलेंडर रिफिल नहीं करवाया है और इसकी एक बड़ी वजह एलपीजी के बढ़े हुए दाम थे. हालांकि अब इस योजना का लाभ ले रहे परिवार केवल 700 रुपये में सिलेंडर रिफिल करवा सकते हैं. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्र सरकार के इस फैसले से अब उन्हें जरूर राहत मिलेगी और अब वे हर महीने अपनी एलपीजी गैस रिफिल करवा सकते हैं.