Chhattisgarh News: ईट-भट्टे में सोये 5 मजदूरों की दम घुटने से मौत, सीएम बघेल ने जताया दुख, मुआवजे की घोषणा की
Accident In Chhattisgarh: हादसे के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को मृतकों के परिजनों की मदद के साथ-साथ और घायल मजदूर के बेहतर इलाज के लिये निर्देश दिये हैं.
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में एक बड़ा हादसा हुआ है. ईट भट्ठे की आग और धुएं में झुलसकर 5 मजदूरों की मौत हो गई है. ये घटना कुंज बिहारी गढफुझर बसना के ईट भट्ठे में हुई है. शुरुआती जानकारी के अनुसार ईट पकाने के लिए लगाये गये आग के धुंए से दम घुटने के कारण 5 मजदूरो की मौत हुई और एक मजदूर घायल है. जिसके इलाज के लिए बसना के सरकारी अस्पताल मे भर्ती किया गया है.
ईट भट्टा में सो रहे 5 मजदूरों की झुलसने से मौत
दरअसल शुरुआती जानकारी के अनुसार मंगलवार रात को मजदूरों ने ईट पकाने के लिए भट्ठे में कच्चे ईट को रचने के बाद आग लगाई. इसके बाद भट्ठे के ऊपर ही मजदूर सो गए.इसके बाद धुएं से दम घुटने पर 5 मजदूरों की मौत हो गई. मृतकों के बॉडी में आग से जलने के निशान दिखाई दे रहे है. शरीरी में कई जगह मजदूर बुरी तरह से झुलसे हुए नजर आ रहे है. आज सुबह जब लोगों को हादसे की जानकारी लगी तो मौके पर पुलिस की टीम पहुंची है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बढ़ाया मदद का हाथ, अधिकारियों को दिया निर्देश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मृतकों के परिजनों की आर्थिक मदद की घोषणा की है. 5 मृतकों के परिवार वालों को 2 - 2 लाख रुपए की आर्थिक सहयता की जाएगी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और परिजनों को हिम्मत दें. इस दुःख की घड़ी में उनके परिवारों को 2 लाख रुपए आर्थिक सहायता की घोषणा करता हूं. जिला प्रशासन को गंभीर रूप से बीमार श्रमिक को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.
हादसे के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को मृतकों के परिजनों के मदद और घायल के बेहतर इलाज के लिये निर्देश दिये हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 5 श्रमिकों की मृत्यु पर गहरा दुख प्रकट किया है. उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता देना और गंभीर रूप से बीमार एक श्रमिक को बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.
हादसे के बाद उठ रहे कई बड़े सवाल
अब इस हादसे के बाद सवाल उठाए जा रहे है कि ईट भट्टा कौन संचालन कर रहा था. इस तरह की लापरवाही के पीछे कौन जिम्मेदार है. क्या ये ईट भट्टा अवैध रूप से संचालन किया जा रहा था. अगर जब धुआं बढ़ा और भट्ठे में आग लगी तो मजदूरों को पता कैसे नहीं चला ये सभी इस हादसे के बड़ा सबसे बड़े सवाल है. क्या इस हादसे के बाद सरकार इस तरह के ईट भट्ठा को बंद करने के लिए कोई बड़ा एक्शन ले सकती है?
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