World Tribal Day 2022: हर साल की तरह इस साल भी 9 अगस्त को 'विश्व आदिवासी दिवस' बस्तर में धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में सर्व आदिवासी समाज ने विशाल रैली निकाली. विशाल रैली जगदलपुर शहर के प्रमुख मार्गों और चौक चौराहों से होते हुए लालबाग पहुंची. लालबाग में विशाल जनसभा का आयोजन किया गया. जनसभा से पहले निकाली गई रैली में आदिवासी समाज के युवक-युवतियां पारंपरिक पोशाक पहनकर ढोल की थाप पर नृत्य करते नजर आए.
भारी बारिश में भी दिखा विश्व आदिवासी दिवस का जलवा
भारी बारिश के बावजूद विश्व आदिवासी दिवस को मनाने का लोगों में भारी उत्साह दिखाई दिया. संभाग भर से अलग-अलग जनजातीय और आदिवासी समाज के लोग और पदाधिकारी आयोजन में शामिल हुए. समाज के प्रमुखों ने बताया कि आदिवासी दिवस को विश्व स्तरीय दर्जा दिया जाना एक बड़ी बात है. उन्होंने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस से गर्व महसूस करते हैं. समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि आदिवासी समाज की संस्कृति तेजी से लुप्त होती जा रही है. इसलिए आदिवासी संस्कृति का संरक्षण बहुत जरूरी है और इस दिशा में लगातार प्रयास कर रहे हैं. समाज प्रमुखों ने कहा आदिवासी संस्कृति की विशेषताओं से युवक युवतियों को अवगत कराने की निरंतर कोशिश हो रही है.
Surajpur News: सूरजपुर जिले में जान जोखिम में डालकर पढ़ती हैं छात्राएं, जर्जर हो चुका है स्कूल का छत
ढोल नगाड़ों की थाप पर निकाली गई शहर में विशाली रैली
बस्तर में हर साल मनाए जाने वाले विश्व आदिवासी दिवस पर बस्तर की आदिवासी जनजातियों की झलक देखने को मिलती है. पारंपरिक ढोल नगाड़ों और वेशभूषा में सभी आदिवासी विश्व आदिवासी दिवस को बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं. आज विश्व आदिवासी दिवस पर पूरे शहर को सजाया गया था. सभी आदिवासी जनजाति के प्रमुखों ने विशाल रैली निकालकर खुशी जताई. आदिवासी संस्कृति को बचाए रखने के लिए युवक युवतियां पारम्परिक वेशभूषा में नजर आए. बस्तर संभाग आदिवासी बाहुल्य इलाका है और विश्व आदिवासी दिवस की अलग ही धूम देखने मिलती है.