Surajpur News: सूरजपुर जिले के भटगांव-विश्रामपुर मार्ग पर लगा दिशा सूचक बोर्ड गलत दिशा बता रहा है. जिससे वाहन चालकों की परेशानियां बढ़ गई है. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड कंपनी ने 3 साल पूर्व दिशा संकेत बोर्ड (साइन बोर्ड) लगाकर अपने दायित्यों से इतिश्री कर ली. तमाम शिकायत के बाद भी इस ओर जिला प्रशासन द्वारा कोई पहल नहीं की गई. 


जानकारी के अनुसार, विश्रामपुर-भटगांव मार्ग जो एसईसीएल विश्रामपुर की कॉलोनियों के बीचो बीच गुजरती है. इस मार्ग पर बस स्टैंड बिश्रामपुर से महज 100 मीटर की दूरी पर छत्तीसगढ़ रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा दिशा सूचक (साइन बोर्ड) लगाया गया है जो गलत दिशा बताता है, जिससे राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. 


बोर्ड पर नजर डालें तो बस स्टैंड विश्रामपुर से भटगांव की ओर जाने वाले साइन बोर्ड पर करंजी की दूरी 15 किलोमीटर, भटगांव की दूरी 25 किलोमीटर संकेत, एसईसीएल के कर्मचारी के आवासीय क्वार्टर नंबर वन बी 35 के परिसर में वाड्रफनगर 125 किलोमीटर, आरके घोष के आवासीय क्वार्टर नंबर वन बी 34 की चार दिवारी की ओर दिशा सूचक का संकेत है, तो दूसरी तरफ पर आपके साइन बोर्ड मे रायगढ़ 310 किलोमीटर आर के घोष की आवासीय परिसर में, सूरजपुर 10 किलोमीटर जिसका जाने की दिशा अय्यप्पा मंदिर व स्नेह मिलन की ओर संकेत कर रहा है. 


इस बड़ी भ्रम दिशा त्रुटि संकेत से दूर दराज से आने वाले वाहन चालकों की मुसीबत बढ़ जाती है. दिन में वाहन चालक दिशा भ्रम संकेत देख कर असमंजस में पड़ जाते हैं कि किस दिशा में जाएं. जो बोर्ड में दिशा संकेत है उधर आवासीय क्वार्टर व सड़क का कोई ठिकाना नहीं. वाहन चालक दिन में तो पास में फल व्यवसाय कर रहे रणवीर सिंह, गोपी गिरी, कृपाल दुबे से रास्ता पूछ लेते परंतु रात में वाहन चालकों एवं बाहर से आए राहगीरों के लिए काफी मुश्किल हो जाता है कि किधर जाए किससे पूछें? उनके सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाती है.


सड़क में वाहन खड़ी कर किसी का आने की प्रतीक्षा करते हैं ताकि उन्हें कोई सही रास्ता बता दे. दिशा सूचक (साइन) बोर्ड गलत जगह लगने के दौरान ही लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया था. इसके बाद भी आज तक इस साइन बोर्ड में कोई सुधार नहीं हुआ है.


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