मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चेतावनी, 'कोविड प्रोटोकॉल के नाम पर उत्पीड़न हुआ तो खैर नहीं'
कोरोना संक्रमण को देखते हुये सरकार ने तमाम दिशा निर्देश जारी किये हैं. वहीं, शादी समारोह में 100 से ज्यादा लोगों के शामल होने पर भी पाबंदी है. लेकिन प्रोटोकॉल के नाम उत्पीड़न की शिकायतें मिलने के बाद सीएम योगी ने ऐसा करने वालों को सख्त संदेश दिया है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस एवं प्रशासन को कोविड-19 प्रोटोकॉल के नाम पर किसी भी तरह के उत्पीड़न के खिलाफ कड़ी चेतावनी दी और कहा कि ऐसा होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के नाम पर पुलिस प्रशासन द्वारा उत्पीड़न कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए लोगों को जागरुक तथा प्रेरित करें.
पुलिस प्रशासन से इजाजत लेने की जरुरत नहीं
प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री ने यह भी साफ किया है कि शादी समारोहों के आयोजन के लिए पुलिस या प्रशासन से किसी भी तरह की इजाजत लेने की जरूरत नहीं है.
मुख्यमंत्री ने शादियों में डीजे और बैंड के इस्तेमाल पर रोक लगाने और दुर्व्यवहार करने वाले अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.
100 से ज्यादा लोगों के शामिल होने पर पाबंदी
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को जारी ताजा दिशानिर्देशों में हॉल या ऐसे ही बंद स्थानों पर शादी तथा अन्य सामाजिक समारोहों में 100 से ज्यादा लोगों की शिरकत पर पाबंदी लगा दी थी. इसके अलावा खुले में ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की स्थिति में उस जगह के 40% हिस्से तक का ही इस्तेमाल किए जाने के निर्देश दिए गए थे. इन कार्यक्रमों में कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की भी हिदायत दी गई है.
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