Congress Candidates List 2023: विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही जहां बीजेपी ने चार उम्मीदवार सूचियां जारी कर दीं वहीं कांग्रेस ने जल्दबाजी न दिखाते हुए 15 अक्टूबर को पहली लिस्ट सार्वजनिक की. पितृ पक्ष पूरे होने के बाद नवरात्रि के पावन पर्व के पहले दिन कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के नाम का एलान किया. मध्य प्रदेश में मतदान 17 नवंबर को है यानी अब चुनाव में केवल एक महीने का समय बचा है. इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी ने कैंडिडेट लिस्ट जारी करने के लिए शुभ मुहूर्त का इंतजार किया. ऐसे में राजनीतिक जानकारों को मानना है कि शुभ दिन की प्रतीक्षा करना भी कांग्रेस की कोई रणनीति हो सकती है.
माना जा रहा है कि कांग्रेस ने नवरात्रि का इंतजार इसलिए किया ताकि हिन्दुत्व कार्ड खेल सके. इस बहाने पार्टी यह बताना चाहती है कि उनका विश्वास शास्त्रों और नक्षत्रों में है और धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करते हैं. इसी के साथ यह भी कहा जा सकता है कि नवरात्रि के बीच कांग्रेस महिला वोटर्स को भी साधना चाहती है. कांग्रेस की यह रणनीति बीजेपी पर भारी भी पड़ सकती है.
पितृ पक्ष में बीजेपी की सूची आने पर कांग्रेस ने किया था हमला
मध्य प्रदेश में बीजेपी अब तक चार लिस्ट जारी कर चुकी है. इसी बीच चौथी लिस्ट तो पितृ पक्ष के दौरान ही आई, जिसमें सीएम शिवराज का भी नाम था. उस दौरान कांग्रेस ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि श्राद्ध पक्ष में शिवराज सिंह चौहान के नाम का एलान करना बीजेपी की हार का संकेत है. बता दें, बीजेपी अब तक चार लिस्ट के जरिए 136 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर चुकी है.
छत्तीसढ़ कांग्रेस लिस्ट जारी करने में हुई देरी?
छत्तीसगढ़ उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने के लिए भी कांग्रेस ने नवरात्रि का पहला दिन चुना जबकि फाइनल सूची पर काफी पहले ही मुहर लग चुकी थी. छत्तीसगढ़ में मतदान 7 नवंबर को ही है. नाम वापसी के लिए 20 अक्टूबर आखिरी तारीख है. ऐसे में कांग्रेस के उम्मीदवारों के पास सोचने-समझने के लिए केवल पांच दिन का समय ही शेष है.
राजस्थान में अभी भी नहीं जारी हुआ टिकट
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से इतर, राजस्थान में अभी तक प्रत्याशियों का एलान नहीं हुआ है. सूत्रों का दावा है कि दिल्ली स्थित अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के दफ्तर में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद राजस्थान के टिकट पर अंतिम फैसला होगा. सूत्रों का दावा है कि राजस्थान में कांग्रेस अभी भी गुटबाजी दूर नहीं कर पाई है. कहा जा रहा है कि जयपुर में कांग्रेस के फैसले पर सचिन पायलट ने कथित तौर पर वीटो लगा दिया है जिसके बाद अब हाईकमान के फैसले पर सबकी निगाहें टिकी हैं.