मुंबई में कोरोना के मामले एक लाख के पार, मेयर ने कहा- चिंता की बात नहीं, रिकवरी रेट सकारात्मक तस्वीर दिखा रहा
आंकड़े छिपाने के सवाल पर मेयर ने सफाई दी कि आंकड़े साफ हैं. आंकड़ों में कोई गड़बड़ी नहीं की जा सकती. विपक्ष केवल आरोप लगा रहा है.
महाराष्ट्र: मुंबई में कोरोना वायरस के मामले एक लाख के पार चले गए हैं, जबकि महाराष्ट्र में ये आंकड़ा तीन लाख के ऊपर है. देश की आर्थिक राजधानी पहले ही कोरोना की मार से त्रस्त है. सब कुछ रुका हुआ है. अब जब मामले एक लाख से भी ज्यादा हो गए हैं, तो चुनौतियां और ज्यादा हो गई हैं. एक तरफ बीजेपी, शिवसेना और बीएमसी पर आंकड़ों के खेल आरोप लगा रही है. तो दूसरी तरफ बीएमसी आश्वस्त है. मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर कहना है कि आंकड़े बढ़ने का उन्हें कोई डर नहीं. उनका ध्यान रिकवरी रेट पर है. आंकड़ों के डबल होने की गति पर है.
मार्च 11 को मुंबई में कोरोना का पहला मामला सामने आया था. आज ठीक 129 दिन बाद मुंबई कोरोना के मामले में एक लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है. हालिया आंकड़ों की बात करें तो मुंबई में शनिवार को कोरोना के 1,186 मामले सामने आए थे, जिसके बाद आंकड़ा एक लाख तीन सौ पचास हो गया. शनिवार के दिन 65 मौते हुईं जिसके साथ शहर में कोरोना से मौतों का आंकड़ा 5,650 तक पहुंच गया.
पहले केस के बाद 8 जून को 91 दिन गुजर जाने के बाद मुंबई ने 50000 का आंकड़ा पार किया. अगले 50000 पार करने में शहर को सिर्फ 40 दिन लगे. आंकड़ों की थोड़ी और बात करें, तो सरकारी आंकड़े बताते हैं कि मुंबई में रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या 70,492 और सक्रिय मरीजों की संख्या 23917 हैं. मुंबई का रिकवरी रेट 70.24 फीसदी है, जो देश के रिकवरी रेट से 7 फीसदी ज्यादा है. रिकवरी रेट का कारण बताते हुए डॉक्टर मुफ़्फ़ी लकड़ावाला कहते हैं कि मुंबई ने कोरोना की लड़ाई सबसे पहले शुरू कर दी थी. मेडिकल फैसिलिटी बनाई गई. क्वालिटी सेंटर बनाए. इसी कारण आज सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं.
एक लाख का आंकड़ा पार करने को लेकर मुंबई की मेयर ने कहा, "एक लाख का आंकड़ा कोई चिंता की बात नहीं. बीएमसी का ध्यान डबलिंग रेट और रिकवरी रेट पर है. जहां सुधार हो रहा है. मुंबई में अनलॉक हो रहा है, तो आंकड़े तो बढ़ेंगे ही." बीएमसी का यह दावा है. मेयर ये बात कह रही हैं, पर विपक्ष मेयर के इस दावे से खुश नहीं.
बीजेपी के तमाम नेता महाराष्ट्र में टेस्टिंग पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. बीजेपी के नेता किरीट सोमैया कह रहे हैं कि मुंबई में हर दिन 10 हज़ार टेस्टिंग होनी चाहिए, पर कैपिसिटी से कम टेस्टिंग की जा रही है. जितनी टेस्टिंग हो रही है, उसका 22% पॉजिटिव आ रहा है, जो डराने वाला आंकड़ा है. आंकड़ों को छुपाया जा रहा है. मुंबई में कोरोना वायरस के आंकड़े छुपाए जा रहे हैं.
आंकड़े छिपाने के सवाल पर मेयर ने सफाई दी कि आंकड़े साफ हैं. आंकड़ों में कोई गड़बड़ी नहीं की जा सकती. विपक्ष केवल आरोप लगा रहा है. राजनीतिक वाद विवाद से अलग एबीपी न्यूज़ ने जब कोरोना से फाइट कर रहे मेडिकल एक्सपर्ट डॉक्टर लकड़ावाला से बात की तो उन्होंने बताया कि भले आंकड़ा एक लाख हो रहा है, लेकिन पहले दिन से ही सरकार सक्रिय है. क्वारंटीन सेंटर से लेकर अस्पताल तक बनाए गए हैं. स्थिति कंट्रोल में है और चिंता करने की कोई बात नहीं है.
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