उधमसिंह नगर, एबीपी गंगा: ऊधमसिंहनगर जिले के ट्रांज़िट कैम्प थाना क्षेत्र में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पुलिस टीम ने एक घर में खुदाई शुरू कर एक के बाद एक चार कंकाल बरामद किए. कंकाल बरामद कराने वाला भी कोई और नहीं मृतकों के बेटी और दामाद ही थे.


दरअसल, राजा कालोनी में रहने वाले एक परिवार के चार सदस्यों के कंकालों को खुदाई के बाद ढूंढ लिया गया. जैसे ही एक घर में चार लाश दफन की सूचना पुलिस को मिली तो तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर घर का फर्स तोड़कर खुदाई शुरू करवाई. मौके पर कुमाऊ रेंज के आईजी अजय रौतेला सहित जिले के एसएसपी दलीप सिंह कुंवर, एसपी क्राइम, एसपी सिटी, सीओ और कई थानों की फोर्स भी मौके पर पहुंच गई. इतनी पुलिस देखने के बाद हर किसी के में जेहन में बस एक ही सवाल था कि आखिर यहां हुआ क्या है ?. हालांकि, लोगों को यह नहीं पता था कि उन्हीं के बीच रहने वाला एक परिवार डेढ़ साल से अपने ही घर में दफन किया गया है.


बेटी घर में ही लाशों को दफनाया
आईजी कुमाऊ ने बताया कि जमीन हड़पने के लालच ने बेटी और दामाद को हैवान बना दिया. जानकारी के अनुसार मृतक हीरा लाल की बड़ी बेटी लीलावती ने नरेंद्र गंगवार नाम के युवक के साथ प्रेम विवाह किया था. हीरालाल की तीन बेटियां थी. लीलावती के विवाह के बाद हीरालाल की दो बेटियां बची. उसे क्या पता था कि बड़ी बेटी लीलावती अपने पति नरेंद्र गंगवार के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम देगी. उसने अपने ही पिता हीरालाल, मां दुर्गावती, दो बहनों पार्वती और हेमवती की डंडे से पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी. बाद में लीलावती ने घर में गड्ढा खोदकर लाशों को दफन कर दिया. इस वारदात को एक साल बीत चुका है.


ऐसे हुआ खुलासा
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब बेटी और दामाद उत्तरप्रदेश के बरेली जनपद के मीरगंज में अपने पिता हीरालाल का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पहुंचे. साथ ही जमीन को अपने नाम कराने की कोशिशों में लगे. इतना ही नहीं लीलावती ने जमीन के केयर टेकर को भी कहा कि वो अब जमीन का पैसा उसको देगा. तो जमीन के केयर टेकर को शक हुआ. वह पूरे मामले को लेकर रुद्रपुर के ट्रांजिट कैम्प पहुंच गया. उसने आस पड़ोस में पूछताछ की. मामला संदिग्ध लगा तो केयर टेकर ट्रांजिट कैम्प थाने जा पहुंचा. उसने पूरे मामले में जांच की मांग की. जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने हीरालाल के घर के सामने रहने वाले उसके दामाद नरेंद्र और बेटी लीलावती से पूछताछ शुरू की. पहले तो नरेंद्र और उसकी पत्नी लीलावती पुलिस को झूठ बोलते रहे लेकिन बाद में सख्ती से पूछताछ में नरेंद्र टूट गया. फिर जो राज नरेंद्र ने उगले उसे सुनकर पुलिस के भी पैरों तले जमीन खिसक गई.


दोनों ने कबूला गुनाह
दोनों ने चार लोगों की हत्या कर उनको उन्हीं के घर में दफनाने की बात कबूल की. जिसके बाद ऊधमसिंहनगर जिले भर की तमाम पुलिस फोर्स और खुद मौके पर जिले के एसएसपी दलीप सिंह कुंवर और आईजी कुमाऊं अजय रौतेला पहुंचे. पूरा मामला हाईप्रोफाइल होने के चलते मजिस्ट्रेट विशाल मिश्रा भी मौके पर मौजूद रहे. फॉरेंसिक एक्सपर्ट भी मामले की जांच के लिए मौके पर बुला लिए गए.


जमीन के लालच में बने हैवान!
आईजी कुमाऊं ने चारों लोगों की हत्या का कारण जमीनी विवाद बताया है. नरेंद्र ने बताया कि लीलावती के प्रेम विवाह के बाद उसके ससुर हीरालाल जमीन लीलावती को देना नहीं चाहता था. जिसके चलते नरेंद्र ने हीरालाल सहित अपनी सास दुर्गावती और दो साली पार्वती और हेमवती को रास्ते से हटाने की तैयारी की. अप्रैल 2019 में घर में घुसकर सभी को मौत के घाट उतारकर उनके घर को ही कब्रगाह बना दिया.


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