Delhi News: वसीयत बनाने पर बच्चों के हाथों 39% बुजुर्गों ने मानी प्रताड़ना की बात, सर्वे में हुआ खुलासा
दिल्ली-एनसीआर में बुजुर्गों को वसीयत बनाने का पता चल जाने पर बच्चों के हाथों प्रताड़ित होना पड़ता है. सर्वे रिपोर्ट में 39 फीसदी बुजुर्गों ने प्रताड़ना और दुर्व्यवहार की बात को स्वीकार किया है.
Delhi-NCR News: दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले 39 फीसदी से ज्यादा बुजुर्ग वसीयत पर प्रताड़ना और दुर्व्यवहार का शिकार होते हैं. 500 बुजुर्गों से बातचीत के आधार पर सर्वे में चौंकानेवाला खुलासा हुआ है. सर्वे नवंबर के पहले सप्ताह ‘ऐजवेल रिसर्च एंड एडवोकेसी सेंटर’ और 55 स्वयंसेवकों ने दिल्ली-एनसीआर में किया था. बातचीत में बुजुर्गों ने माना कि वसीयत बनाने पर या बच्चों को पता चल जाने पर कि वसीयत उनके पक्ष में नहीं है, उनके हाथों प्रताड़ना और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा है. 500 बुजुर्गों में से 298 ने बताया कि उन्होंने अपनी वसीयत तैयार करवा ली है और 132 वसीयत बनाने की तैयारी कर रहे हैं, जबकि बाकियों का ऐसा कोई विचार नहीं है.
वसीयत पर बुजुर्गों के बच्चों का कैसा होता है व्यवहार?
सर्वे की रिपोर्ट से पता चला है कि 430 बुजुर्गों में से 39.1 फीसदी या 168 लोगों ने पहले ही वसीयत तैयार कर ली है और 132 लोग वसीयत बनाने वाले हैं. उसमें कहा गया है कि सर्वे में शामिल बुजुर्गों ने बताया कि प्रताड़ना, दुर्व्यवहार और खराब व्यवहार का सामना करते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, सर्वे में शामिल 31.2 प्रतिशत (430 में से 134 लोग) लोगों ने बताया कि जब उनके बच्चों को पता चला कि वसीयत उनके पक्ष में नहीं है तो उन्होंने बुजुर्गों को नजरअंदाज करना और उन पर ध्यान देना बंद कर दिया. हालांकि, 28.1 फीसदी बुजुर्गों ने दावा किया कि उनके बच्चों को पता चलने के बावजूद कि वसीयत उनके पक्ष में नहीं है, उनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया.
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बातचीत के आधार सर्वेक्षण में चौंकानेवाला खुलासा
रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्वे में शामिल 500 बुजुर्गों में से 306 लोगों (61.2 फीसदी) का कहना है कि असुरक्षा की भावना और संपत्ति विवाद वसीयत बनाने में महत्वपूर्ण कारक होते हैं. सर्वे में मिले फीडबैक के अनुसार, 430 बुजुर्गों में से करीब 43 फीसदी (184 लोग) ने माना कि उन्होंने वसीयत तैयार करते हुए अपने बच्चों की सलाह ली है या लेंगे. रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘सर्वे में शामिल ज्यादातर बुजुर्गों (करीब 57 फीसदी, 246 लोगों) ने दावा किया कि उन्होंने वसीयत बनाते हुए ना तो अपने बच्चों से सलाह ली और ना ही लेंगे.’’