Delhi News: दिल्ली में टीकाकरण केंद्रों पर मुफ्त प्रीकॉशन डोज लगाए जा रहे हैं. अब तक कुल 24 फीसद लोगों ने प्रीकॉशन डोज लगवा लिया है. आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में 18-59 वर्ष की उम्र के बीच मात्र 19 फीसद लोगों को कोविड-19 का बूस्टर डोज लगा है. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की गुरुवार को हुई बैठक में सहमति बनी की कि बूस्टर डोज के टीकाकरण का आंकड़ा कम से कम 40-50 फीसद तक ले जाने की जरूरत है. प्रीकॉशन डोज के लिए कुल 1.33 करोड़ पात्र लोगों में से 31.49 लाख लोगों ने 20 सितंबर तक वैक्सीन लगवाई है.
त्योहारी मौसम में बूस्टर डोज लगवाने का आह्वान
20 सितंबर तक 18-59 वर्ष की उम्र के कुल 1.14 करोड़ पात्र लोगों का प्रीकॉशन डोज बकाया था. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मात्र 21.21 लाख इस ग्रुप के लोगों ने प्रीकॉशन डोज की वैक्सीन लगवाई थी. हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स के बीच 61 फीसद पात्र लोगों ने प्रीकॉशन डोज लगवा लिया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कोविड-19 वैक्सीन की बूस्टर डोज का आह्वान किया था. उन्होंने कहा था कि त्योहारी मौसम में खुद को और परिवार को सुरक्षित रखने के लिए सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लोग बूस्टर डोज लगवाएं.
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पिछले महीने कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में उछाल देखा गया था. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बूस्टर डोज को लेकर बड़ा दावा किया था. उनका कहना था कि कोविड-19 वैक्सीन की प्रीकॉशन डोज लगवाने वाले दूसरों के मुकाबले संक्रमण से ज्यादा सुरक्षित हैं. अस्पताल में भर्ती 90 फीसद कोरोना संक्रमित ऐसे मरीज हैं जिन्होंने सिर्फ कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी खुराक ली है. भारत में 10 अप्रैल को इस साल से कोविड-19 वैक्सीन की बूस्टर खुराक 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को लगना शुरू हुआ है.
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