Delhi: राजधानी दिल्ली में पिछले सात दिनों में डेंगू के 400 से अधिक मामले पाए गए हैं. यह इस साल एक हफ्ते में मिले सबसे अधिक मामले हैं. दिल्ली नगर निगम की ओर से सोमवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक शहर में 28 सितंबर तक 412 मामले पाए गए थे.इससे डेंगू के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 937 हो गई. वहीं इस समय पिछले साल दिल्ली में डेंगू के 341 मामले थे. उससे पहले 2020 में डेंगू के 266 मामले पाए गए थे. इस साल मिले मामलों में से 76 मरीजों का अता-पता नहीं चल पाया है. 


क्यों मिल रहे हैं डेंगू के इतने मामले


एक हफ्ते में इतने अधिक मामले मिलने के कारणों के सवाल पर दिल्ली नगर निगम( एमसीडी) के एक अधिकारी ने कहा कि 400-500 मरीजों के बारे में कोई जानकारी नहीं है, ऐसे में जब उनके बारे में जानकारी मिलती है तो उन्हें लिस्ट में शामिल कर लिया जाता है.  


मच्छर काटने से होने वाले डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारियों को एपिडेमिक डीजीज एक्ट में ऐसे रोगों की श्रेणी में रखा गया है, जिनका रिकॉर्ड रखना जरूरी है.इसलिए अस्पतालों और क्लिनिक के लिए जरूरी है कि वो डेंगू के मामलों की जानकारी दें. केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के पोर्टल काम कर रहे हैं, ऐसे में स्वास्थ्य केंद्र इन मामलों तक आसानी से पहुंच सकते हैं. अधिकारी ने बताया कि एक ही मामले के कई जगह मिलने पर हमने उसे सूची से हटा देते हैं.


पिछले सालों में डेंगू के कितने मामले मिले


दिल्ली में मिले डेंगू 937 मामलों में 693 मामले अकेले सितंबर में पाए गए. पिछले साल सितंबर में 217 मामले मिले थे. वहीं 2020 में 188, 2019 में 190 और 2018 में 374 मामले पाए गए थे. एमसीडी के तहत आने वाले इलाकों में 573 मामले पाए गए हैं. 


एमसीडी की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले हफ्ते मलेरिया के भी 19 मामले पाए गए. इससे इस साल मिले मलेरिया के मामलों की संख्या बढ़कर 125 हो गई.पिछले साल इसी दौरान 113 मामले और 2020 में 176 मामले पाए गए थे.इस साल मिले मामलों में से सात मरीजों का पता नहीं चल पाया है. मलेरिया और डेंगू के अलावा चिकनगुनिया के तीन मामले भी पाए गए हैं.इसके साथ ही इस साल मिले चिकनगुनिया के मामलों की संख्या 23 हो गई है. पिछले साल इसके 56 मामले और 2020 में 69 मामले मिले थे.


एमसीडी कैसे कर रहा है रोकथाम


इस साल त्योहारी सीजन को देखते हुए एमसीडी ने भीड़भाड़ वाली जगहों पर लगातार फॉगिंग करवा रहा है. पिछले हफ्ते 148 रामलीलाओं और छह हजार 428 घरों और स्थानों पर फॉगिंग कराई गई थी. इसके अलावा एमसीडी की टीमें मच्छरों के लार्वा को मारने का काम करती हैं और कहीं पानी जमा न होने देने का प्रयास भी करती हैं. 


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