Teachers Appointment Delhi: एक तरफ दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा राजधानी के शिक्षा मॉडल को देश के साथ-साथ विश्व पटल पर एक उदाहरण के रूप में रखा जाता है तो दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी की ओर से दिल्ली शिक्षक भर्ती को लेकर आम आदमी पार्टी की सरकार पर लगातार सवाल उठाने का सिलसिला भी जारी है. इस बीच अरविंद केजरीवाल की सरकार द्वारा पिछले 4 महीने के दौरान दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 6,112 शिक्षक नियुक्ति किए गए हैं. इसके अलावा, आने वाले 2 माह में 2,000 से अधिक शिक्षकों को स्कूलों में नियुक्त करने की योजना दिल्ली सरकार की है. 


इसके बावजूद उपराज्यपाल विनय सक्सेना की अधिकारियों के साथ बैठक हो या बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस, आम आदमी पार्टी पर नियमित अंतराल पर शिक्षक भर्ती न करने का आरोप लगाने का क्रम जारी है. दरअसल, बात यह है कि दिल्ली के शिक्षा विभाग में अभी भी शिक्षक प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य व अन्य कर्मचारियों के हजारों पद खाली हैं. बीजेपी इस मसले को समय-समय पर उछालती रहती है. अब उपराज्यपाल वीके सक्सेना के दिशानिर्देश पर बीते 4 महीनों मे दिल्ली के शिक्षा विभाग में प्रधानाचार्य और शिक्षकों की भर्ती की गई, जिसको लेकर यह बात भी कही जा रही है कि उपराज्यपाल के दिशा निर्देश व दबाव की वजह से इन भर्तियों को पूर्ण किया गया है.


2200 और कर्मचारियों की होगी नियुक्ति


एलजी ऑफिस द्वारा यह संकेत दिया गया है कि आने वाले 2 महीनों में दिल्ली के शिक्षा विभाग में 2200 कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी, जिसमें प्रधानाचार्य, टीचर्स और अन्य कर्मचारी शामिल हैं. इन पदों पर भर्ती के लिए जरूरी प्रक्रिया जारी है. बताया जा रहा है कि अप्रैल 2023 तक भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है.अहम सवाल यह है कि आप-बीजेपी की नोंकझोक में भर्ती हो भी पाएगी या नहीं.


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