Delhi News: दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का सीधा असर अब लोगों पर पड़ने लगा है. वायु प्रदूषण बढ़ने से 69 फीसद परिवारों में किसी न किसी सदस्य को गले में खराश है. 62 फीसद परिवारों के सदस्यों को प्रदूषण की वजह से आंखों में जलन की शिकायत है. डिजिटल प्लेटफॉर्म लोकल सर्किल के सर्वेक्षण में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. बता दें कि दिवाली की रात जलाये गये पटाखे की वजह से प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया था.
सर्वेक्षण में 21,000 से अधिक लोगों को शामिल गया. नतीजे बताते हैं कि वायु प्रदूषण संबंधी कई परिवारों के लोगों को स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं. 31 फीसद परिवार के सदस्यों को प्रदूषण से समस्या नहीं है. लोकल सर्किल ने दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद में प्रदूषण और हेल्थ से जुड़े सवालों पर लोगों की राय ली. सर्वेक्षण में शामिल 63 फीसद पुरुष और 37 फीसद महिलाएं थीं.
आंकड़े क्या कहते हैं
62 फीसद को आंखों में जलन की समस्या है
46 फीसद को नाक बहने या जमाव की शिकायत
31 फीसद को सांस लेने में परेशानी या दमा है
31 फीसद सिर दर्द की समस्या से पीड़ित
23 फीसद को चिंता या एकाग्रता की समस्या है
15 फीसद को नींद न आने की समस्या है
लोकल सर्किल की रिपोर्ट
लोकल सर्कल की तरफ से पहला सर्वे 19 अक्टूबर को किया गया था. दूसरा सर्वे ग्रैप-1 लागू होने पर 1 नवंबर को किया गया. दो हफ्ते के अंदर प्रदूषण से होने वाली समस्याओं का आंकड़ा बढ़ा है. सर्वे में शामिल 23 फीसद लोगों ने प्रदूषण से निपटने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करने की बात कही. 15 फीसद लोग अगले एक महीने के लिए यात्रा की योजना बना रहे हैं. प्रदूषण संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गयी है.
आरएमएल में सोमवार को खुलने वाला प्रदूषण क्लीनिक बनाया गया है. डॉक्टर्स का कहना है कि प्रदूषण से जुड़ी बीमारियों के मामले 30 फीसद तक बढ़ गये हैं. यथार्थ हॉस्पिटल के डॉक्टर स्थिति को देखकर कहते हैं कि आने वाला वक्त खतरनाक हो सकता है. उन्होंने प्रदूषण की रोकथाम के लिए स्थायी हल ढूंढने का सुझाव दिया है.
डॉक्टर के मुताबिक सर्दियों में बीमार पड़ने वालों को प्रदूषण जल्दी ठीक होने नहीं दे रहा है. प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर होता है. चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर आशीष गुप्ता ने बताया कि बच्चों को सर्दियों में विशेषकर प्रदूषण से एहतियात की जरूरत होती है. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अच्छी डाइट बहुत जरूरी है. गौरतलब है कि प्रदूषण की समस्या सालों से दिल्ली में बनी हुई है. हर बार सर्दी की शुरुआत से त्यौहारी सीजन तक बड़ा मुद्दा होता है. दिल्ली में पटाखों पर बैन के बावजूद जमकर आतिशबाजी हुई.
ये भी पढ़ें-
छठ पर घर जाने वाले यात्री न हों परेशान, रेलवे ने किए खास इंतजाम, जान लें ट्रेनों का पूरा शेड्यूल