Sambit Patra Press Conference: बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने बुधवार (26 अप्रैल) को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के सरकारी आवास के सौंदर्यीकरण पर हुए खर्च को लेकर जमकर निशाना साधा है. इस दौरान उन्होंने कहा कि, 'मीडिया ने बताया है कि 45 करोड़ रुपये खर्च कर महाराज के महल का रेनोवेशन किया गया है. 8-8 लाख रुपये के पर्दे लगाए गए हैं और ये वो लोग हैं जो शपथ लेने के लिए आए थे तो ऑटो में लटक कर आए थे. कहते थे कि हम गाड़ी नहीं लेंगे. घर नहीं लेंगे. 1 करोड़ 15 लाख रुपये से अधिक का तो इनके घर में मार्बल लगा है और यह मार्बल भी वियतनाम से मंगवाया गया है.' 


संवित पात्रा ने आगे कहा कि, 'आज अखबारों में जो सुर्खियां छपी हैं वो केवल एक महाराज और उनके महल के रेनोवेशन की कहानी नहीं है बल्कि ये महाराज की मानसिकता के रेनोवेशन की कहानी है. कुछ नहीं लूंगा से... सब कुछ लूट लूंगा, कुछ नहीं छोडूंगा... ये उस महाराज में आए परिवर्तन की कहानी है. हमें ज्ञात हुआ है कि अपने खिलाफ आई इन खबरों को ना छापने के बदले अरविंद केजरीवाल ने अखबारों और मीडिया को 20 से 50 करोड़ रुपये देने की बात कही है, लेकिन हम धन्यवाद देते हैं मीडिया के अपने साथियों का जिन्होंने पूरी मुखरता के साथ इसे छापा. ये अरविंद केजरीवाल और उनके भ्रष्टाचार की कहानी है. जनता इसे देखे और महाराज को पहचाने.'







आप ने किया पलटवार


आप के वरिष्ठ नेता राघव चड्ढा ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास 75-80 साल पहले 1942 में बनाया गया था. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने ऑडिट के बाद इसके जीर्णोद्धार की सिफारिश की थी. वहीं पीडब्ल्यूडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, यह नवीनीकरण नहीं था और पुराने ढांचे के स्थान पर एक नया ढांचा बनाया गया है. वहां उनका शिविर कार्यालय भी है. खर्च लगभग 44 करोड़ रुपये है, लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि पुराने ढांचे को नए के साथ बदला गया है. मिली जानकारी के अनुसार, 43.70 करोड़ रुपये की स्वीकृत राशि के मुकाबले कुल 44.78 करोड़ रुपये सिविल लाइंस में छह-फ्लैगस्टाफ रोड पर केजरीवाल के सरकारी आवास के अतिरिक्त निर्माण या बदलाव पर खर्च किए गए. दस्तावेजों से पता चलता है कि राशि 9 सितंबर, 2020 से जून, 2022 के बीच छह किस्तों में खर्च की गई. 


किन चीजों पर कितना हुआ खर्च?


जानकारी के मुताबिक, कुल खर्च में 11.30 करोड़ रुपये अंदर की सजावट, 6.02 करोड़ रुपये पत्थर और मार्बल फर्श, एक करोड़ रुपये इंटीरियर कंसल्टेंसी, 2.58 करोड़ रुपये बिजली संबंधी फिटिंग और उपकरण, 2.85 करोड़ रुपये अग्निशमन प्रणाली, 1.41 करोड़ रुपये वार्डरोब और एसेसरीज फिटिंग पर और किचन उपकरणों पर 1.1 करोड़ रुपये का खर्च शामिल है. वहीं दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एक बयान में कहा कि केजरीवाल के बंगले के सौंदर्यीकरण पर 45 करोड़ रुपये ऐसे समय में खर्च किए गए जब दिल्ली कोविड-19 से जूझ रही थी. सचदेवा ने कहा कि, केजरीवाल को अपने उस नैतिक अधिकार के बारे में दिल्ली के लोगों को जवाब देना चाहिए, जिसके तहत उन्होंने अपने बंगले के सौंदर्यीकरण पर लगभग 45 करोड़ रुपये खर्च किए. जब कोविड के दौर में अधिकांश सार्वजनिक विकास कार्य ठप थे.


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