Delhi Organ Donation Women: दिल्ली की रहने वाली 51 वर्षीय महिला सड़क हादसे में गंभीर रुप से घायल हो गई, इनके इलाज के लिए डॉक्टरों की टीम ने काफी कोशिश की. हालांकि वसंत कुंज स्थित फोर्टिस अस्पताल में बाद में रविवार को इन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया. वहीं यह महिला अपनी सांस की डोर टूटने से पहले दो लोगों को जीवनदान दे गईं, जिसमें एक कश्मीरी महिला को भी जीवनदान मिला है. कश्मीरी से वेंटिलेटर सपोर्ट पर दिल्ली आईं 33 वर्षीय महिला मरीज को इनके अंगदान की वजह से ही जीवनदान मिला है.
कश्मीरी महिला मरीज को यकृत व पित्त विज्ञान स्थान (आइएलबीएस) में प्रत्यारोपित किया गया. राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन ने लिवर आइएलबीए व दिल मुंबई के एक अस्पताल में प्रत्यारोपण के लिए आवंटित किया. इसके बाद ब्रेन डेड महिला की वजह से कश्मीरी महिला को जीवनदान मिला. बता दें कि अंगदान कम होने की वजह से ब्रेन डेड प्रत्यारोपण के लिए मरीजों को काफी लंबा इंतजार करना पड़ता है. इसकी वजह से कई मरीज डोनर न मिलने की वजह से दम भी तोड़ देते हैं, हालांकि ऐसा न हो इसलिए नोटो काफी सक्रिय रहता है और अंगदान के लिए लोगों से बात करता है.
नोटो की वजह से ही युक्ता गुप्ता नामक महिला के अंगदान से महज छह दिनों में यह लिवर प्रत्यारोपण संभव हो सका है. क्योंकि अस्पताल के डाक्टरों की टीम व नोटो के काफी प्रयास के बाद ही पीड़ित परिवार के लोग अंगदान के लिए तैयार हुए थे.