कश्मीर में हिंदुओं और पंडितों के नरसंहार के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) ने जंतर-मंतर पर जन आक्रोश रैली आयोजित की. इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कई आरोप लगाए. सीएम ने कहा जब भी कश्मीर में कोई मर्डर होता है तो मीडिया में आता है गृहमंत्री जी ने मीटिंग बुलाई. बहुत हो गई मीटिंग, लोग मर रहे हैं. अब भारत को एक्शन चाहिए, जनता एक्शन चाहती है देश को प्लान बताओ.
सीएम केजरीवाल ने कहा साल 1990 के बाद एक बार फिर कश्मीरी पंडित पलायन करने को मजबूर हैं. कश्मीरी पंडितों का नरसंहार हो रहा है तो उन्हें आवाज उठाने की अनुमति ना देकर उनकी कॉलोनियों के बाहर ताला लगा दिया जाता है.सीएम केजरीवाल ने कहा कि जब-जब कश्मीर में बीजेपी का शासन आता है, कश्मीरी पंडित पलायन करने पर मजबूर हो जाते हैं. इसका मतलब बीजेपी से कश्मीर नहीं संभलता, मैं हाथ जोड़ कर बीजेपी वालों से प्रार्थना करता हूं कश्मीर के साथ राजनीति मत करो.
सीएम केजरीवाल ने केंद्र सरकार के सामने रखी चार मांग
इसके साथ ही सीएम केजरीवाल ने बीजेपी के सामने कश्मीरी पंडितों के लिए चार मांगे रखी हैं. जिसमें पहली मांग है कि केंद्र सरकार कश्मीरी पंडितों और फौज के लोगों के नरसंहार को रोकने की योजना देश के सामने रखे. दूसरी मांग कश्मीरी पंडितों के साथ साइन किया बॉन्ड रद्द किया जाए. तीसरी मांग इनकी सारी डिमांड मानी जाएं और चौथी मांग है कि इनको सुरक्षा प्रदान की जाए.
पाकिस्तान पर भी बरसे सीएम केजरीवाल
वहीं पाकिस्तान पर बरसते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा ज्यादा हिम्मत मत करो, छिछोरी हरकते मत करो. कश्मीर हमारा था, हमारा है और हमारा रहेगा. हिंदुस्तान अपने पर आ गया तो पाकिस्तान नहीं बचेगा. वहीं इस दौरान डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज कश्मीर का नौजवान स्कूल, हॉस्पिटल, नौकरी मांग रहा हैं लेकिन बीजेपी सरकार उन पर गोलियां चलवा रही है. बीजेपी ने केवल कश्मीर में अच्छा करने का प्रचार किया लेकिन असल में आज इन्होंने कश्मीर 1990 के माहौल में पहुँचा दिया है.