दिल्ली के भलस्वा लैंडफिल पर लगी आग को लेकर दिल्ली सरकार ने लापरवाही के लिए उत्तर निगम पर 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इस घटना पर दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) द्वारा विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के बाद आदेश जारी किए थे, जिसके बाद जुर्माना लगाया गया है. वहीं इस जुर्माने के बाद दिल्ली की आप सरकार और बीजेपी नेताओं के बीच तनातनी देखने को मिल रही है.
वहीं दिल्ली सरकार के इस जुर्माने को लेकर उत्तरी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष जोगी राम जैन ने कहा कि उन्हें सरकारी आदेश की जानकारी नहीं है. आप पार्टी कुछ भी कर सकती है, दिल्ली सरकार का हम पर हजारों करोड़ का कर्ज है. हालांकि दिल्ली सरकार का यह जुर्माना इस स्थिति में क्या मदद करने वाला है. इसके साथ ही आप पार्टी ने बीजेपी शासित नगर निकाय पर लैंडफिल साइट के प्रबंधन के लिए धन की हेराफेरी करने का आरोप लगाया और कहा कि वह निगम के अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेगी.
आप के एमसीडी मामलों के प्रभारी दुर्गेश पाठक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि स्थानीय निवासियों को जलते कचरे से निकलने वाले जहरीले धुएं से सांस लेने में तकलीफ हो रही है. AAP बीजेपी के खिलाफ एफआईआर करेगी और जरूरत पड़ी तो हम कोर्ट भी जाएंगे. बीजेपी ने अपने खुले भ्रष्टाचार और कुशासन के कारण दिल्ली की जनता को जो कुछ दिया है, वह भलस्वा लैंडफिल है. इसके साथ ही दुर्गेश पाठक ने गुरुवार को आप कार्यकर्ताओं के साथ भलस्वा इलाके का दौरा किया.
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने दुर्गेश पाठक के इलाके के दौरे को राजनीतिक टूरिज्म बताया है. प्रवीण शंकर कपूर ने कहा यह सरासर झूठ है कि दिल्ली सरकार ने लैंडफिल साइट की समस्या के समाधान के लिए फंड जारी किया है. दिल्ली सरकार ने इस उद्देश्य के लिए एक पैसा भी जारी नहीं किया है.