Arvind Kejriwal News: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब सभी सरकारी सुविधाएं छोड़ेंगे. आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बुधवार (18 सितंबर) को कहा कि अरविंद केजरीवाल 15 दिनों के भीतर सरकारी आवास खाली कर देंगे.
संजय सिंह ने कहा, ''मुख्यमंत्री के तौर पर बहुत सारी सुविधाएं किसी व्यक्ति को मिलती हैं, अरविंद केजरीवाल को भी मिली है. कल इस्तीफा देने के बाद पहले उन्होंने कहा कि हम सारी सुविधाएं छोड़ देंगे. उनकी सुरक्षा पर भी सवाल है, कई बार उन पर हमला करने की कोशिश की गई. बीजेपी वालों ने हमला कराए. शारीरिक चोट पंहुचाई गई है. उनके परिवार को लेकर हम चिंतित है.''
सुरक्षा की चिंता- संजय सिंह
संजय सिंह ने कहा, ''हम लोगों ने उनको समझाने की कोशिश, लेकिन केजरीवाल ने कहा कि में जेल में रहा, खूंखार अपराधियों के बीच रहा ईश्वर मेरी रक्षा करेगा. आम लोगों के बीच रहेंगे. अभी तय नहीं हुआ कि कहां रहेंगे. लेकिन जल्द ही ठिकाना ढूंढ लिया जायेगा.''
मंगलवार को ही अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल विनय सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंपा था. बता दें कि कोई भी नेता जब मुख्यमंत्री पर नहीं रहता तब उसे अपना सरकारी आवास खाली करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाता है. जो अधिकतम तीन महीने तक भी हो सकता है.
सरकारी आवास के रेनोवशन को लेकर विवाद
अभी जिस सरकारी आवास में अरविंद केजरीवाल रहते हैं वो सिविल लाइंस के फ्लैग स्टाफ रोड पर स्थित है. जिसके रेनोवशन पर खर्च को लेकर अरविंद केजरीवाल बीजेपी के निशाने पर आ गए थे. बीजेपी इसे मुद्दा बनाकर दिल्ली सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था. जिसके बाद एलजी ने एंटी करप्शन ब्रांच की जांच बिठा दी थी.
दिसंबर 2013 में जब अरविंद केजरीवाल पहली बार मुख्यमंत्री बने वे गाजियाबाद के कौशांबी इलाके में रहते थे. इसके बाद वे मुख्यमंत्री के तौर पर दिल्ली के तिलक लेन स्थित घर में रहने लगे. इसके बाद फरवरी 2015 में दिल्ली में जब आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो वे उतरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके रहने लगे.
राष्ट्रीय पार्टी का अध्यक्ष होने के नाते अरविंद केजरीवाल सरकारी आवास पाने के तो हकदार हैं. अब देखना दिलचस्प होगा कि उनका नया ठिकाना कहां होगा?
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