Avadh Ojha Join AAP: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सिविल सेवा कोचिंग शिक्षक अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी (आप) का दामन थाम लिया. इसके बाद उनके चुनाव लड़ने को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है. सवाल उठ रहे हैं कि क्या वो पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जगह पटपड़गंज से चुनाव लड़ेंगे? उन्होंने इस सवाल पर एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि मेरे से चुनाव लड़ने की कोई बात नहीं की गई.
अवध ओझा ने कहा, ''मैं पिछले तीन दिनों से सभी नेताओं के साथ बैठ रहा हूं. मेरे से चुनाव लड़ने पर कोई बात नहीं की गई है. बिन मांगे जो मिले सब ठीक, आप टीम में रहते हैं तो हो सकता है कि आपको टीम मैनेजमेंट या कोच या फिर किसी और चीज में आपको मौका मिले. मुझे उस दिन का इंतजार रहेगा जिस दिन हमारे कैप्टन कहेंगे कि आपको इस रोल पर काम करना है तो मैं जरूर करूंगा.''
AAP में शामिल होने पर क्या बोले अवध ओझा?
पहले BJP और कांग्रेस से टिकट मांगने और फिर AAP में शामिल होने के सवाल पर अवध ओझा ने कहा, ''कोई फोटो है आपके पास. मेरा ये बयान था जो मैंने ABP में ही कहा था कि मैं 2024 का चुनाव लडूंगा. तो मुझसे पूछा गया कि किस पार्टी से लड़ेंगे. तब मैंने कहा था कि जो पार्टी मुझे सप्रेम बुलायेगी, मैं उस पार्टी से ही चुनाव लड़ूंगा. कुछ समय पहले AAP से मुझे कॉल आया और कहा गया है कि एजुकेशन पॉलिसी में हमारी विचारधारा को आगे बढ़ाने में सहयोग करेंगे तो मैंने कहा कि मैं जरूर सहयोग देना चाहूंगा.''
उन्होंने कहा, ''कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना, लोग अच्छी बातें भी करते हैं. कल लोग आपकी तारीफ करेंगे. जब इंडिया की टीम विश्व कप हार गई तो लोगों ने खूब खिंचाई की. लेकिन जब टीम 20-20 विश्व कप जीतकर आयी तो सभी ने तारीफ की. आज कुछ लोग मेरे से नाराज या दुखी हो सकते हैं, लेकिन कल मैं कुछ अच्छा करता हूं तो मेरी तारीफ भी करेंगे.''
राहुल गांधी पर बयान को लेकर क्या बोले?
राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की बात कहने को लेकर अवध ओझा ने कहा, ''आपने कभी सुना है सचिन तेंदुलकर को ब्रायन लारा की बुराई करते हुए, कुछ स्पिरिट होती है. जैसे स्पोर्ट्समैन स्पिरिट, एजुकेशन स्पिरिट्स जो हमारी एजुकेशन स्पिरिट है. उसमें हमें लगता लगता है कि अगर कोई आदमी कुछ अच्छा कर रहा है, तो उसकी मदद करो. लेकिन हम अंत में सपोर्ट अपनी टीम को करते हैं. तारीफ किसी की भी करते हों, लेकिन आप सपोर्ट अपनी ही टीम को करते हैं. तो उसी तरह मैं अब अपनी ही पार्टी को सपोर्ट करूंगा.''
AAP में आने से पहले क्या डिमांड रखी है? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं कोई इच्छा लेकर नहीं आया हूं. जो प्रभु दें उसे पर चलेंगे. अवध ओझा ने भविष्य में शिक्षा मंत्री बनने के सवाल पर कहा कि अपना काम करते रहो अगर आप उसके काबिल बन जाओगे तो अपने आप आपको वो चीज हासिल हो जाएगी. जो आप चाहते हैं.
क्या कांग्रेस के साथ AAP को गठबंधन करना चाहिए? इस सवाल पर अवध ओझा ने कहा कि समान मानसिकता के लोगों को साथ रहना चाहिए, जिनका समान दृश्य हो या समान विचारधारा हो तो उनको साथ आना चाहिए. अगर ऐसा कुछ होता है तो पार्टी बात कर ही रही होगी. मैं अभी आया हूं. मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है.
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