Manish Sisodia Padyatra: दिल्ली आबकारी नीति मामले में जमानत मिलने के बाद राष्ट्रीय राजधानी के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया की पदयात्रा आज भी जारी है. उन्होंने शुक्रवार को मयूर विहार फेज-1 से पदयात्रा शुरुआत की थी. पटपड़गंज क्षेत्र में यात्रा के दौरान मनीष सिसोदिया ने लोगों से कहा कि यह मेरी विधानसभा है. यहां के लोगों का उत्साह देखते ही बनता है.


उन्होंने कहा, 'पटपरगंज मेरा परिवार है, मुझे बहुत खुशी हो रही है लोग अपने गली-मोहल्लों से निकलकर मुझसे मिल रहे हैं. 


मनीष सिसोदिया ने आगे कहा, "अरविंद केजरीवाल नौ साल तक भारतीय जनता पार्टी  के नेताओं से लड़-लड़कर दिल्ली वालों के काम कराते रहे. इन्हें लगता है कि अब ये दिल्ली के काम रुकवा देंगे, लेकिन अरविंद केजरीवाल बहुत जल्द जेल से बाहर आएंगे. फिर इनसे लड़-लड़कर दिल्ली वालों के सारे काम कराएंगे."






जांच एजेंसियां बनीं केंद्र की कठपुतली 


मनीष सिसोदिया ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल को जेल में रखने के लिए BJP के एजेंडे पर CBI किस तरह कठपुतली बनकर नाच रही है. जिस दिन अदालत में जाकर CBI कहती है कि जमानत याचिका पर हमारा जवाब तैयार नहीं है, इसलिए जमानत की सुनवाई 14 दिन आगे बढ़ा दी जाए. उसी दिन CBI का जवाब मीडिया में दे दिया जाता है ताकि CBI का जवाब अगले दिन अखबारों की एकतरफा हेडलाइन बन सके. 


बीजेपी हेडलाइन मैनेजमेंट के लिए कितनी भी साजिशें रच ले, एक दिन जीत तो सच्चाई और ईमानदारी की ही होगी. जांच एजेंसियां भले ही राजनीतिक इशारे पर नाचती हों, लेकिन संविधान और न्याय हमेशा सच के साथ है.


इससे पहले 22 अगस्त को त्रि-नगर में पदयात्रा के दौरान उन्होंने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के संविधान दिखाते हुए कहा था, "जब-जब कोई तानाशाह आप पर अत्याचार करेगा, आपको जेल में डालेगा, तब-तब आपको बाबा साहेब का संविधान बचाएगा."


'बीजेपी आरक्षण विरोधी पार्टी'


उन्होंने ये भी कहा​ था कि बाबा साहेब का संविधान देश की और आत्मा और दिल है. भारतीय जनता पार्टी बाबा साहेब का सम्मान नहीं करती है. बीजेपी संविधान के खिलाफ है. बीजेपी आपका आरक्षण खत्म करना चाहती है, लेकिन जब तक बाबा साहेब का नाम रहेगा तब तक देश का संविधान रहेगा.


डेढ़ साल जेल में क्यों रखा?


वहीं, सुल्तानपुर माजरा में आप नेता ने कहा था कि मेरा क्या कसूर था, जो इन्होंने मुझे डेढ़ साल जेल में रखा. मैं स्कूल ही तो बनवा रहा था. उन्होंने कहा, "सीएम अरविंद केजरीवाल का क्या कसूर था, वो बिजली के बिल जीरो ही तो कर रहे थे. मुख्यमंत्री  अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचार करना होता तो बिजली के बिल जीरो क्यों करते? बिजली महंगी करके चोरी ना कर लेते." हकीकत यह है कि बीजेपी के पास इन सवालों के जवाब नहीं हैं. 


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