Kalkaji Assembly Constituency: दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ कालकाजी सीट पर अलका लांबा को चुनावी मैदान में उतारा है. कांग्रेस के इस फैसले पर आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि सबको चुनाव लड़ने का अधिकार है. 


महिला कांग्रेस की अध्यक्ष लांबा पूर्व में आम आदमी पार्टी (आप) में रह चुकी हैं. अलका लांबा ने 1990 के दशक में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) से अपनी छात्र राजनीति की शुरुआत की थी. बाद में वो आप में शामिल हो गईं और 2015 में चांदनी चौक सीट से विधायक बनीं. 


बीजेपी की लिस्ट का इंतजार


दिल्ली में बीजेपी ने अब तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. आप सभी 70 सीटों पर और कांग्रेस 48 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है. 


कांग्रेस ने आप के बड़े चेहरों के खिलाफ मजबूत उम्मीदवार उतारने का फैसला लिया है. नई दिल्ली सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को टिकट दिया है. 


कांग्रेस ने जंगपुरा सीट पर पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ दिल्ली नगर निगम के पूर्व महापौर फरहाद सूरी को चुनाव मैदान में उतारा है. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अगले सप्ताह कार्यक्रमों की घोषणा हो सकती है और वोटिंग अगले महीने होने की संभावना है.


कालकाजी सीट का हाल
कालकाजी सीट पर आतिशी ने 2020 के चुनाव में 55,897 वोटों के साथ जीत हासिल की थी. दूसरे स्थान पर बीजेपी के धर्मबीर रहे और उन्हें 44,504 वोट मिले. कांग्रेस के उम्मीदवार शिवानी चोपड़ा को 4,965 वोट मिले.


2015 के चुनाव में आप के अवतार सिंह ने जीत दर्ज की और बीजेपी के उम्मीदवार हरमीत सिंह कालका दूसरे और कांग्रेस के सुभाष चोपड़ा तीसरे स्थान पर रहे. 2013 में इस सीट पर अकाली दल को जीत मिली थी. तब आप के उम्मीदवार दूसरे और कांग्रेस के उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे थे.  1998, 2003 और 2008 के चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली थी. 1993 के चुनाव में यहां बीजेपी को जीत मिली थी.