Lok Sabha Elections 2024: आम आदमी पार्टी तीसरी बार लोकसभा का चुनाव लड़ने जा रही है. वैसे, आम आदमी पार्टी को पिछले साल राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने के बाद यह पहला लोकसभा चुनाव है. जिसके लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बीते छह महीने से अप्रत्यक्ष रूप से पार्टी के लिए चुनाव प्रचार में लगे हुए थे. इस दौरान उन्होंने दिल्ली की कई जनसभाओं में कहा कि दिल्ली की जनता उन्हें विधानसभा में तो वोट देती है, लेकिन लोकसभा में उन्हें जीत नहीं दिलाती है. 


अरविंद केजरीवाल गिरफ्तारी से पहले कई जनसभाओं में ये कहते दिखे कि उन्हें इस लोकसभा चुनाव में AAP का साथ देना है और दिल्ली में जीत का सेहरा उनके सिर बांधना है. लेकिन इससे पहले वे लोकसभा चुनाव में जोर-शोर से पार्टी का नेतृत्व कर चुनाव प्रचार में हिस्सा लेते, उन्हें पहले ही दिल्ली के कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार कर लिया गया.


सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी चुनावी मुद्दा?


दिल्ली आबकारी नीति के मामले में गिरफ्तारी के बाद जहां एक तरफ आम आदमी पार्टी को सीएम अरविंद केजरीवाल का नेतृत्व नहीं मिल पा रहा है, वहीं फिलहाल आप के पास चुनावी मुद्दों का भी आभाव नजर आ रहा है. यही वजह है कि पार्टी के शीर्ष नेताओं ने अब सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी को ही चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी कर ली है और अब उसी के तहत पूरी दिल्ली खास तौर पर सीट शेयरिंग में आप के हिस्से में आई चार लोकसभा सीटों पर प्रचार किया जा रहा है.


AAP ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को बनाया चुनावी हथियार!


आप ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए इसे ही चुनाव प्रचार का अहम हथियार बना लिया है. हालांकि, इससे आप को कितना लाभ मिल सकेगा, यह तो चुनाव परिणाम आने पर ही पता चल सकेगा, लेकिन फिलहाल आप इस मुद्दे पर केंद्रित हो कर अपने प्रचार अभियान को आगे बढ़ा रही है.


अपनी योजना के तहत आप इस मुद्दे को घर-घर तक पहुंचाना की कोशिश में लग गयी है. इसके लिए आप के खाते में आई चारों लोकसभा सीटों के स्तर के साथ-साथ जिला मंडल के स्तरों पर भी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दे रही है.


केजरीवाल के कामों पर वोट करेगी जनता?


आम आदमी पार्टी एक रणनीति के तहत निचले स्तर तक CM अरविंद केजरीवाल के कामों का प्रचार प्रसार कर रही है. आप के हिस्से की चारों लोकसभा सीटों के तहत आने वाली हर कॉलोनी की हर एक गली के घर तक आप के कार्यकर्ताओं की टीम पहुंच रही है. हर टीम में आठ से दस कार्यकर्ता शामिल किए गए हैं. जिनका काम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किये गए कामों की याद दिला कर लोकसभा चुनाव में वोट देने की अपील करना है.


'जेल का जवाब, वोट से' कैंपेन


लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी रणनीति के तहत, "जेल का जवाब, वोट से" कैंपेन चला रखा है, जिसके तहत जहां एक तरफ जगह-जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ डोर-टू-डोर कैंपेनिंग करके मतदाताओं से वोट की अपील की जा रही है. आप के कार्यकर्ता लोगों के बीच जाकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को गलत ठहराते हुए इसे साजिश का हिस्सा बता रहे हैं और लोगों से केजरीवाल गिरफ्तारी की गिरफ्तारी के खिलाफ वोट की मांग की जा रही है.


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