दिल्ली में मंत्री बनने जा रहे मुकेश अहलावत की पहली प्रतिक्रिया, 'बीजेपी ने हमलोगों की पार्टी को...'
Delhi Politics: दिल्ली में बीते कुछ दिनों से राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं. सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया जबकि आतिशी 21 सितंबर को शपथ लेंगी.
Delhi News: मनोनीत सीएम आतिशी (Atishi) 21 सितंबर को कैबिनेट सदस्यों के साथ पद और गोपनीयता की शपथ लेंगी. इस दौरान आप विधायक मुकेश अहलावत (Mukesh Ahlawat) भी मंत्री पद की शपथ लेंगे. कैबिनेट में शामिल किए जाने की घोषणा पर मुकेश अहलावत की प्रतिक्रिया आई है और उन्होंने कहा कि ''विधायक बनने का बाद भी मैं सामान्य था और मंत्री बनने पर भी सामान्य रहूंगा.''
मुकेश अहलावत ने पीटीआई से बातचीत में कहा, ''अरविंद जी ने इस्तीफा दिया है और हमें इसका दुख है. सबसे ज्यादा काम करके दिखाया है. जब भी टॉप 10 और टॉप 5 सीएम की बात हुई है तो वह दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे हैं. लेकिन बीजेपी वालों ने हमलोगों की पार्टी को दो साल से इतना टॉर्चर किया था, कभी किसी को गिरफ्तार कर लेते थे. कभी ईडी तो कभी सीबीआई भेजते थे. बहुत लोगों को तंग किया. हम संघर्ष करके लड़ते रहे हैं और आगे भी लड़ेंगे.''
VIDEO | "First of all, we are disappointed that Arvind Kejriwal has resigned. He used to be in top five CMs. BJP was torturing us, despite that we fought and we will keep on fighting. There would be no change in me after becoming Minister. The portfolio has not been assigned,… pic.twitter.com/OaPvxQMBlz
— Press Trust of India (@PTI_News) September 19, 2024
मिलेगी क्या जिम्मेदारी?
कैबिनेट में जगह दिए जाने पर अहलावत ने आगे कहा, '' जब मैं विधायक बना था तो भी सामान्य था. सीएम साहब ने बुलाया था और बताया गया कि कैबिनेट में शामिल किया जाएगा. मंत्री बनने पर भी सामान्य रहूंगा.'' क्या जिम्मेदारी मिलेगी? इस पर अहलावत ने कहा, ''अभी कोई बात नहीं बताया गया है. जैसे बताएंगे सबको पता चल जाएगा.''
वहीं चुनाव को लेकर मुकेश अहलावत ने कहा कि ''हमलोगों केजरीवाल जी की ईमानदारी के लिए वोट मांगेंगे. पब्लिक उन्हें बहुत प्यार करती है. चुनाव होंगे तो ईमानदारी के लिए होंगे.''
बता दें कि मुकेश अहलावत दिल्ली के सुल्तानपुर माजरा से विधायक हैं. मुकेश पहली बार के विधायक हैं उन्हें 2020 में आप ने सुल्तानपुर से टिकट दिया था. उनसे पहले संदीप कुमार भी आप के टिकट से ही 2015 में विधायक निर्वाचित हुए थे. उसके पहले यह सीट कांग्रेस की गढ़ रही है.1993 से लेकर 2013 तक का चुनाव कांग्रेस ने यहां से जीता है.
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