(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
हरियाणा में कांग्रेस की हार का दिल्ली में इफेक्ट, क्या अब AAP करेगी गठबंधन? राघव चड्ढा बोले- 'BJP को...'
Delhi Election: आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि हरियाणा चुनाव के जो नतीजे आए हैं, उसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जीत कम और कांग्रेस की हार ज्यादा नजर आती है. इससे सीख लेने की जरूरत है.
Delhi Election News: आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने बुधवार (9 अक्टूबर) को हरियाणा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार पर इशारों ही इशारों में हमला बोला है. उन्होंने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि अगर हरियाणा चुनाव में कांग्रेस ने एकजुटता दिखाई होती, तो नतीजे कुछ विपरीत हो सकते थे.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा, "दिल्ली में आप, बीजेपी को हराने में सक्षम है. यह हमारा सेल्फ कॉन्फिडेंस है, ओवर कॉन्फिडेंस नहीं है." उन्होंने कहीं ना कहीं, इस बात की तरफ संकेत दिए हैं कि दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में आप, कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी.
हरियाणा में कांग्रेस की हार पर क्या कहा?
आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि हरियाणा के जो नतीजे आए हैं, वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जीत कम और कांग्रेस की हार ज्यादा नजर आती है. नतीजे यह दिखाते हैं कि अगर राज्य में एकजुटता के साथ चुनाव लड़ा होता, तो नतीजे विपरीत भी हो सकते थे.
हाल ही में दो राज्य जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव हुए. जम्मू-कश्मीर में इंडिया गठबंधन ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा. वहां गठबंधन जीता और बीजेपी की हार हुई, लेकिन हरियाणा में गठबंधन एकजुट होकर चुनाव नहीं लड़ पाया. कुछ परिस्थितियां ऐसी रही कि एकजुटता नहीं बन पाई और वहां नतीजे हमारे हक में नहीं आए. बीजेपी के पक्ष में चुनाव परिणाम आ गए.
'हार से सीख लेने की जरूरत'
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि काफी सीख हमें इन चुनावों से लेनी चाहिए. पहली सीख यह है कि हमें अति आत्मविश्वास नहीं होना चाहिए, हम ओवर कॉन्फिडेंस में कहीं मारे ना जाएं, चुनावी राजनीति में विश्वास होना बहुत अच्छी बात है, सेल्फ कॉन्फिडेंस होना और भी अच्छी बात है, लेकिन ओवर कॉन्फिडेंस होना बहुत बुरी बात है.
हरियाणा में 60 प्रतिशत से अधिक वोट बीजेपी के खिलाफ पड़ा. यह वोट बदलाव और नई सरकार के लिए पड़ा. 40 प्रतिशत से थोड़ा कम वोट बीजेपी के पक्ष में पड़ा है. फिर भी इसे आंकड़ों की जादूगरी कहें या फर्स्ट पास्ट द पोस्ट सिस्टम कहिए. इसमें बीजेपी बाजी मार गई, इसलिए हरियाणा में एकजुटता की आवश्यकता है.
'दिल्ली में गठबंधन की जरूरत नहीं'
दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के आप के साथ गठबंधन के सवाल पर राघव चड्ढा ने कहा कि देश में दो कैटेगरी के चुनाव होते हैं. पहली कैटेगरी है, जिसमें रीजनल पार्टियां हैं, वो बीजेपी को हराने में सक्षम हैं और हराती भी आई हैं. जैसे तमिलनाडु में डीएमके, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस या दिल्ली में आम आदमी पार्टी है. इस कैटेगरी के चुनावों में कांग्रेस या अन्य दलों की सहायता की आवश्यकता नहीं पड़ती है.
दूसरी कैटेगरी उन राज्यों की है, जहां पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी फाइट होती है, लेकिन कांग्रेस कहीं ना कहीं बीजेपी को हराने में सक्षम नहीं रह पाती है. वहां गठबंधन बनाने की आवश्यकता पड़ती है.
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली का चुनाव पहली कैटेगरी में आता है, जहां हम खुद बीजेपी को हराने में सक्षम हैं और लगातार विधानसभा चुनाव में हारते भी आए हैं. चाहे 2013, 2015 और 2020 का विधानसभा चुनाव हो. यहां तक कि 2015 और 2020 में आजाद भारत के इतिहास के सबसे बड़े जनादेश की सरकार आम आदमी पार्टी ने बनाई.