Delhi News: दिल्ली अध्यादेश विधेयक सेलेक्ट (Delhi Ordinance Bill) कमेटी के पास भेजे जाने पर 'फर्जी हस्ताक्षर' को लेकर विवादों में आए आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने एक नई परंपरा शुरू की है. बीजेपी नेतृत्व की मंशा साफ है, जो खिलाफ में बोले उसको संसद सदस्यता समाप्त करो या सदन से बाहर करो. उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करो.
'मेरी सदस्यता छिनना उनका मकसद'
चड्ढा ने जोर देते हुए कहा कि, 'केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में झूठ बोला है. सांसद सेलेक्ट कमेटी के लिए किसी का भी नाम प्रस्तावित कर सकते हैं. इसके लिए किसी का हस्ताक्षर जरूरी नहीं है. बीजेपी (BJP) का एक ही मकसद है. जैसे राहुल गांधी की सदस्यता ली, वैसे राघव चड्ढा की सदस्यता भी छीन लो. बीजेपी का मंत्र है कि एक झूठ को हजार बार बोलो, तो वो सच में तब्दील हो जाएगा. मुझे मजबूरन BJP के झूठ का पर्दाफाश करने के लिए आपके पास आना पड़ा.'
'झूठ फैलाया गया कि फर्जीवाड़ा हुआ'
आप सांसद ने आगे कहा, 'मैं, सेलेक्ट कमेटी या आसन के बारे में नहीं बोलूंगा. इसको लेकर केवल नियम पर बोलूंगा. रूल बुक के मुताबिक, सेलेक्ट कमेटी में नाम प्रस्तावित करने के लिए आपको लिखित सहमति या हस्ताक्षर की जरूरत नहीं होती है. इसके बावजूद झूठ फैलाया गया कि राघव चड्ढा ने फर्जीवाड़ा किया. मैं, BJP को चुनौती देता हूं कि वो कागज लेकर आएं, जहां हस्ताक्षर हों...कहां हैं वो कागज?
'अघोषित आपातकाल लगाने की कोशिश'
राघव चड्ढा ने मीडिया के सामने सवाल उठाया- ये सब क्यों हुआ? खुद इसका जवाब देते हुए, उन्होंने बताया कि ये सब इसलिए हुआ कि एक 34 साल के युवा ने हमसे सवाल कैसे पूछ लिया, ललकारा कैसे? हमने उनका डबल स्टैंडर्ड एक्सपोज किया. अब बीजेपी मेरे पीछे पड़ गई है. मेरे खिलाफ विशेषाधिकार का का इसी हफ्ते यह दूसरा नोटिस है. जैसे राहुल गांधी की सदस्यता छीनी, हमारा दो सांसद सस्पेंड कर दिया, उसी तरह अघोषित आपातकाल लगाने की कोशिश हो रही है. मैं, आपको बता दूं, मेरी आवाज दबेगी नहीं. मीडिया के एक छोटे हिस्से ने मेरे खिलाफ गलत खबर चलाई है, उस पर कानूनी कार्रवाई करूंगा. कुछ सांसदों ने भी संसद के बाहर मेरे बारे में गलत बयान दिए हैं. उनके ऊपर भी मजबूरन में विशेष अधिकार हनन के तहत कार्रवाई करूंगा. इस मामले को अदालत में भी उठाऊंगा.
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