Sanjay Singh News: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने बस मार्शलों और सिविल डिफेंस वालंटियर्स के मुद्दे पर राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान अपनी बात रखने की अनुमति मांगी है. उन्होंने राज्यसभा के जनरल सेक्रेटरी को दिए नोटिस में कहा है कि दिल्ली सरकार ने बस मार्शलों को बहाल और नियमित करने की योजना तैयार करने का प्रस्ताव एलजी को भेजा है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
आगे उन्होंने कहा कि इनकी बर्खास्तगी ने बस में सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है. साथ ही 11 हजार परिवारों को आर्थिक संकट में धकेल दिया है. संजय सिंह ने दिए नोटिस में कहा है कि दिल्ली में महिला सुरक्षा और रोजगार से जुड़े एक अत्यंत गंभीर मुद्दे की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं. दिल्ली में लगभग 11,000 बस मार्शल, जिन्हें महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियुक्त किया गया था, उनको अचानक बिना किसी नोटिस या सूचना के नौकरी से हटा दिया गया.
जान जोखिम में डालकर देश की सेवा भी की
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा किल इन सब मार्शलों ने न केवल महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की, बल्कि कोविड-19 महामारी के दौरान अपनी जान जोखिम में डालकर देश की सेवा भी की. संजय सिंह ने कहा कि आज बस मार्शलों की बर्खास्तगी ने महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को गंभीर खतरे में डाल दिया है और लगभग 11,000 परिवारों को आर्थिक संकट में धकेल दिया है.
'कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है'
आप नेता संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार ने इन्हें बहाल करने और नियमितीकरण की योजना तैयार करने का प्रस्ताव उपराज्यपाल को भेजा, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. कृपा करके मुझे इस अति आवश्यक विषय पर शून्यकाल में अपनी बात रखने की अनुमति प्रदान करें.
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