Delhi: आम आदमी पार्टी (AAM AADMI PARTY) के राज्य सभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Delhi LG Vinai Kumar Saxena) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया कि सक्सेना ने खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) का अध्यक्ष रहते हुए करोड़ों-अरबों रुपये का घोटाला किया है. आप नेता ने दिल्ली के उपराज्यपाल को बर्खास्त कर गिरफ्तार करने और इस मामले की जांच सीबीआई (CBI) और ईडी (ED) से कराने की मांग की. इसी तरह का आरोप लगाने पर सक्सेना ने आप के पांच नेताओं को कानूनी नोटिस भेजा है. प्रेस कांफ्रेंस में इस कानूनी नोटिस को फाड़ते हुए संजय सिंह ने कहा भारत का संविधान मुझे सच बोलने का अधिकार देता है.


संजय सिंह के आरोप


संजय सिंह ने सोमवार को आरोप लगाया था कि खादी ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) का चेयरमैन रहते हुए विनय कुमार सक्सेना ने अपनी बेटी शिवांगी सक्सेना को मुंबई में खादी लाउंज डिजायन करने का 80 करोड़ रुपये का ठेका दिलवाया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि सक्सेना ने चेयरमैन रहते हुए करोड़ों रुपये की हेराफेरी नोटबंदी के समय की. इन आरोपों के बाद उपराज्यपाल के वकील ने आप के 5 बड़े नेताओं को लीगल नोटिस भेजा है.नोटिस में कहा गया है कि उपराज्यपाल के खिलाफ झूठी और भ्रामक बातें फैलाई जा रही हैं.असत्य और अपमानजनक बयानों को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए.आप नेताओं से 48 घंटे में जवाब मांगा गया है. 






कारीगरों के भुगतान में घोटाला


संजय सिंह ने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में दिल्ली के उपराज्यपाल पर और बड़े गंभीर आरोप लगाए. ये आरोप भी उनके खादी ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन के कार्यकाल के हैं.आप नेता ने कहा कि खादी ग्रामोद्योग में 4 लाख 55 हजार से अधिक कारीगर सिलाई-बुनाई का काम करते हैं. उन्होंने कहा कि इनको भुगतान करने में घोटाला किया गया. उन्होंने कहा कि यह घोटाला करोड़ों-अरबों रुपये का है. उन्होंने आरोप लगाया कि इन कारिगरों को भुगतान चेक के माध्यम या बैंक के माध्यम से नहीं किया जा रहा था. इसके खिलाफ इन कर्मचारियों ने पटना हाई कोर्ट में याचिका दी. अदालत ने 2016 में खादी ग्रामोद्योग से कहा कि कारीगरों को कोई भी भुगतान कैश में नहीं होना चाहिए.


आप नेता ने कहा कि अदालत के आदेश पर एक लाख 93 हजार 598  कारीगरों का बैंक अकाउंट खोला गया. उन्होंने आरोप लगाया कि ढाई लाख से अधिक कारीगरों का खाता खोला ही नहीं गया. उन्होंने ऐसे कर्मचारियों को घोस्ट एंप्लाई बताया.उन्होंने कहा कि इन घोस्ट कर्मचारियों को जो पैसा दिया गया, उसे वीके सक्सेना ने खा लिया.


सीवीसी की जांच का हवाला


उन्होंने कहा कि इस मामले की केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने जांच की. सीवीसी को जांच में पता चला कि जिस खाते में केवल दो-तीन लाख रुपये ही थे, उस खाते से दो-तीन करोड़ रुपये के चेक काट दिए गए. आप नेता ने आरोप लगाया कि जब सीवीसी ने चेक बुक मांगी तो बताया गया कि चेकबुक चाय गिरने से खराब हो गई है.आप नेता संजय सिंह ने आरोप लगाया कि विनय कुमार सक्सेना ने खादी ग्रामोद्योग का चेयरमैन रहते हुए 6 मार्च 2018 को दिल्ली में 23 करोड़ रुपये का खेल गांव में फ्लैट खरीदने की योजना बनाई गई. इस पर आयोग के सदस्य राजेंद्र कुमार गुप्ता ने आपत्ति जताई.


एलजी के नोटिस को सरेआम फाड़ा


इन आरोपों के आधार पर आप नेता ने विनय कुमार सक्सेना को नंबर एक का भ्रष्ट व्यक्ति बताया. उन्होंने पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बताएं कि ऐसे भ्रष्टाचारी दिल्ली का उपराज्यपाल क्यों बनाया गया. उन्होंने इन आरोपों की सीबीआई और ईडी से जांच करने और सक्सेना की गिरफ्तारी की मांग की.दिल्ली के उपराज्यपाल की ओर से भेजे गए नोटिस को उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में फाड़ दिया. उन्होंने कहा कि किसी भ्रष्ट व्यक्ति के नोटिस से मैं रुकने वाला नहीं हूं. उन्होंने कहा कि भारत का संविधान मुझे सच बोलने की आजादी देता है.


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