Delhi News: दिल्ली की प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण को लेकर एक अध्यादेश (Center Ordinance on Delhi) से संबंधित एक विधेयक को पारित कराने के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पास संसद में पर्याप्त समर्थन है. पार्टी के सूत्रों ने सोमवार को यह दावा किया. सूत्रों ने यह दावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) द्वारा अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए रामलीला मैदान में एक रैली आयोजित करने के एक दिन बाद किया है. बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘हमें विश्वास है कि हमारे पास अध्यादेश पारित कराने के लिए पर्याप्त संख्याबल है.’’


लोकसभा में बीजेपी के पास प्रचंड बहुमत है. हालांकि, राज्यसभा में इसके पास बहुमत नहीं है, फिर भी यह अब तक अपने विधायी एजेंडे को पारित कराने के लिए उच्च सदन में क्षेत्रीय दलों से पर्याप्त समर्थन प्राप्त करने में सफल रही है. इससे पहले संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने केजरीवाल के प्रयासों पर कहा था कि वह विपक्ष के नेता के रूप में उभरने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसा होने की कोई गुंजाइश नहीं है.


ये है आप नेताओं के चिंतित होने की वजह


केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता की रैली और विभिन्न शहरों में विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक से पता चलता है कि वह उनके नेता के रूप में उभरने की कोशिश कर रहे हैं. बता दें कि दिल्ली में केंद्र का अध्यादेश लागू होने के बाद से सियासी भूचाल की स्थिति है. खासकर अध्यादेश ने आम आदमी पार्टी की बेचैनी बढ़ा दी है. 


दिल्ली में अध्यादेश के सियासी असर का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि अभी तक विपक्षी दलों को तवज्जो नहीं देने वाले आप ग्र राष्ट्रीय संयोजक सीएम अरविंद केजरीवाल 19 मई के बाद से लगातार विपक्षी दलों के नेताओं से मिल रहे हैं, लेकिन अध्यादेश के खिलाफ मुहिम में उन्हें अभी तक वो सफलता नहीं मिली है,​ जिसकी अपेक्षा उन्हें मोदी विरोधी दलों से है. 


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