AAP आज से करेगी 'मोदी हटाओ, देश बचाओ' अभियान की शुरुआत, 6 लोगों की गिरफ्तारी के बाद पार्टी ने क्यों किया इसका ऐलान?
AAP Vs BJP Politics: आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल फूंकते हुए कहा कि वह गुरुवार को दिल्ली के जंतर-मंतर से 'मोदी हटाओ, देश बचाओ' अभियान की शुरुआत करेगी.
AAP Modi Hatao Desh Bachao Abhiyan: दिल्ली बजट 2023 को लेकर आप और बीजेपी (BJP) के बीच सियासी घमासान के बाद अब आम आदमी पार्टी (AAP) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के खिलाफ नया सियासी मोर्चा खोलने के बाद ऐलान किया है. खास बात यह है कि आप ने इस बात का ऐलान पोस्टर विवाद मामले में देश की राजधानी में छह लोगों की गिरफ्तारी के बाद की है. दिल्ली विधानसभा में बजट पेश होने के बाद आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल फूंकते हुए कहा कि वह गुरुवार को दिल्ली के जंतर-मंतर से मोदी हटाओ देश बचाओ अभियान (Modi Hatao Desh Bachao Abhiyan) की शुरुआत करेगी.
आप नेता एवं दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी एक आम बैठक आयोजित करेगी, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और पंजाब के मुख्यमंत्री भागवंत मान समेत कई वरिष्ठ नेता हिस्सा लेंगे. दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा कि देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहादत दिवस पर आयोजित इस बैठक के लिए पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक इकट्ठा होंगे. आम आदमी पार्टी इस बैठक के दौरान मोदी हटाओ देश बचाओ नामक अभियान शुरू करेगी.
पीएम मोदी को क्यों लग रहा इस अभियान से डर
बता दें कि आप ने यह घोषणा ऐसे समय की है जब एक दिन पहले ही राष्ट्रीय राजधानी में दीवारों और बिजली के खंभों पर मोदी हटाओ देश बचाओ लिखे हुए पोस्टर दिखाई दिए थे. दिल्ली पुलिस ने इस सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार कर 49 प्राथमिकी दर्ज की है. गोपाल राय ने कहा कि प्रधानमंत्री को मोदी हटाओ देश बचाओ जैसे नारों के दीवारों पर लिखे जाने से डर लग रहा है. उन्होंने कहा कि अब देश के लोगों की आवाज को पुलिस द्वारा गिरफ्तारियों और प्राथमिकी दर्ज करने से नहीं दबाया जा सकेगा.
दरअसल, दिल्ली पुलिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्टर लगाने के आरोप में बुधवार को 6 लोगों को गिरफ्तार किया था. इस संबंध में 100 एफआईआर दर्ज हुई हैं. स्पेशल सीपी दीपेंद्र पाठक ने बताया कि पोस्टर्स पर प्रिंटिंग प्रेस की डीटेल्स नहीं थीं. प्रिंटिंग प्रेस ऐक्ट और प्रॉपर्टी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज हुई हैं. आप के ऑफिस से निकली एक वैन को इंटरसेप्ट किया गया. कुछ पोस्टर्स सीज किए गए और गिरफ्तारियां हुईं. साथ ही दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया है कि आरोपियों की दिल्ली में 50 हजार पोस्टर लगाने की योजना थी.
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