Delhi Crime: रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 28 लोगों से 2.68 करोड़ ठगे, दो आरोपी गिरफ्तार
Delhi News: गिरोह का सरगना 35 वर्षीय सतेंद्र दुबे बिहार का रहने वाला है. पुलिस ने कहा कि सतेंद्र अपने एक 24 वर्षीय साथी राहुल चौधरी के साथ फरार हो गया है, जिसकी तलाश की जा रही है.
Delhi News: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने 67 वर्षीय एक व्यक्ति और उसके 43 वर्षीय साथी को एक ऐसे गिरोह का हिस्सा होने के आरोप में गिरफ्तार किया है जिसने रेलवे में नौकरी (Job) दिलाने के नाम पर तमिलनाडु के 28 व्यक्तियों से 2.68 करोड़ रुपये की ठगी (Fraud) की. यह जानकारी अधिकारियों ने रविवार को दी.
पुलिस ने आरोपियों को दार्जिलिंग व तमिलनाडु से किया गिरफ्तार
अधिकारियों ने बताया कि उन्हें नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की गिनती करने का प्रशिक्षण दिया गया. उन्होंने बताया कि तमिलनाडु के कोयम्बटूर के शिवरामन वी. को यहां महादेव मार्ग पर सरकारी क्वार्टर से गिरफ्तार किया गया, जबकि उसके साथी एवं गोविंदपुरी निवासी विकास राणा को दार्जिलिंग से गिरफ्तार किया गया, जहां वह छिपा हुआ था.
तेजी के अमीर बनना चाहते थे दोनों आरोपी
पुलिस ने कहा कि शिवरामन आसानी से धन कमाने के लिए कोई भी काम करने के लिए तैयार था, जबकि राणा राष्ट्रीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय में एक शैक्षिक सहायक के तौर पर कार्यरत था, लेकिन उसने मार्च 2022 में नौकरी छोड़ दी थी. पुलिस ने कहा कि ईओडब्ल्यू की कम से कम तीन टीम ने मामले को सुलझाने के लिए काम किया.
गिरोह का सरगना अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर
पुलिस के अनुसार उसने बिहार के 35 वर्षीय सतेंद्र दुबे की पहचान गिरोह के सरगना के तौर पर की है. पुलिस के अनुसार वह दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के उत्तम नगर में रहता था. पुलिस ने कहा कि दुबे अपने 24 वर्षीय साथी राहुल चौधरी के साथ फरार है.
हनीट्रैप में फंसाकर लोगों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़
वहीं एक अन्य मामले में सीमापुरी थाना पुलिस ने इंटरनेट के जरिए हनीट्रेप में फंसाकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए एक महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. ये खुद को पुलिसकर्मी बताकर लोगों से रकम एंठते थे.
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