दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जन्मोत्सव के दौरान शोभा यात्रा को लेकर हिंसा भड़क गई. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेज कर बता दिया है कि यह हिंसा के साजिश के तहत भड़काई गई थी. हालांकि इस दंगों ने बड़ा रूप नहीं लिया था इसे दिल्ली पुलिस ने काबू कर लिया था. दिल्ली में दंगा पहली बार नहीं हुआ है इससे पहले भी कई दंगे सामने आए हैं. साल 2020 का हुआ दिल्ली में दंगा सबसे बड़ा दंगा है जो उत्तर-पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून के चलते दो समुदायों में हुआ था.


इस दौरान हिंसा के बाद सांप्रदायिक दंगा भड़क गया था और कई परिवार बेघर हो गए थे. इस दंगे को लेकर 30 मार्च 2022 को संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब देते हुए दंगे की पूरी जानकारी दी थी. जिसके अनुसार साल 2020 का दिल्ली दंगा 23 से 29 फरवरी के बीच हुआ था जिसमें जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांद बाग, शिव विहार इलाकों में हिंसा हुई थी. इस दंगों में 53 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे.


साजिश के तहत जहांगीरपुरी में भड़काई गई हिंसा, दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट


संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने इस दंगे को लेकर हुई कार्रवाई पर कहा कि पुलिस ने इस दंगे में शामिल 2473 लोगों को गिरफ्तार किया था. जिसमें से 409 लोगों को चार्जशीट किया गया और 83 लोगों को अब तक जमानत मिली है. इसके साथ ही बाकी लोग अभी जेल में बंद हैं. दिल्ली के दंगों में कई मकान और कई दुकान जलकर राख हो गईं थी. इस दौरान कई इलाकों के लोगों ने खुद को घर में बंद कर अपनी जान बचाई थी.