Delhi News: फिल्म आदिपुरुष (Adipurush Controversy) ने भले ही कमाई के मामले में तीन दिन के अंदर ही रिकॉर्ड बना दिया हो, लेकिन इसको लेकर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के राज्यसभा संजय सिंह (Sanjay Singh) ने इस फिल्म को लेकर एक बार फिर बयान दिया है. उन्होंने फिल्म की भाषा और प्रस्तुतीकरण पर गंभीर आपत्ति जताते हुए कहा कि जब भगवान श्री राम का अपमान करने वाली फिल्म पास हो रही थी, तो क्या भाजपाईयों का सेंसर बोर्ड भांग खाकर सो रहा था?
संजय सिंह ने अपने बयान में कहा है कि फिल्म में प्रभु श्रीराम की भूमिका निभा चुके अरुण गोविल जी ने इसकी आलोचना की थी. धारावाहिक रामायण में लक्ष्मण की भूमिका निभा चुके सुनील लहरी ने भी फिल्म की निंदा की थी. दोनों ने इसकी भाषा को शर्मनाक बताया था. इसके बावजूद ये फिल्म कैसे रिलीज हो गई. फिल्म रिलीज कैसे हो गई, सवाल इस बात का है.
सीता मैया का अपमान स्वीकार नहीं
बीजेपी वालों का फिल्म सेंसर बोर्ड भांग खाकर सो रहा था क्या? उसे समझ में नहीं आ रही थी क्या? आप प्रभु श्रीराम के नाम पर फिल्म बना रहे हैं। उसमें काल्पनिक दृश्य दिखा हरे हैं, जिसमें देवी सीता मैया को कोई छूरा लगा रहा है. ऐसा कर आप सीता मैया अपमान कर रहे हैं. यह किस व्यक्ति को स्वीकार हो सकता है. किस हिन्दुस्तानी को स्वीकार्य हो सकता है. ऐसा दृश्य किस हिंदू को स्वीकार है. रामायण के आधार पर बनी फिल्म में सीता मैया के गर्दन पर छूरी दिखाने जैसी कल्पना कौन बर्दाश्त कर सकता है.
सड़क छाप भाषा का इस्तेमाल भगवान का अपमान
आप सांसद संजय सिंह ने अपने बयान में आगे कहा है कि इस फिल्म में लक्ष्मण का उपचार करने वैद्य सुसेन नहीं आते. इसके बदले दो महिला आती है. भगवान श्री लक्ष्मण को वैद्य की जगह महिलाएं आकर जड़ी बूटी दे रहीं हैं. फिल्म में ऐसा दृश्य दिखाकर क्या आप तमाशा नहीं कर रहे हैं. फिल्म में सड़क छाप भाषा का इस्तेमाल कर आप क्या कर रहे हैं? भगवान श्रीराम और माता सीता का अपमान किया जा रहा है. बीजेपी वालों के आशीर्वाद यह सब हो रहा है. इस बात का जश्न मनाया जा रहा है. संजय सिंह कहा कि धर्म को धंध मत बनाओ. इससे बचने की जरूरत है. ऐसा न करने वालों को इसका जवाब देना होगा.
शनिवार को भी आप सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार और बीजेपी ने फिल्म 'आदिपुरुष' का 'प्रचार और समर्थन' कर हिंदू धर्म का 'अपमान' किया है. उन्होंने कहा था कि बीजेपी के सभी मुख्यमंत्री घटिया संवाद वाली ऐसी फिल्म का प्रचार और समर्थन कर भगवान राम (Lord Ram) का अपमान करने में लगे हैं.