Delhi News: राजधानी दिल्ली में यमुना का कहर अब शांत होता नजर आ रहा है, और प्रशासन जन-जीवन को सामान्य कर जन सुविधाओं की बहाली में लगी है. लेकिन इसी बीच यमुना के बाढ़ के दुष्परिणाम भी आने शुरू हो गए हैं. बाढ़ के कारण वजीराबाद इलाके में नाले के ऊपर बने एक पुल में दरारें आ गई हैं. जिसे सुरक्षा के लिहाज से लोगों के लिए बंद कर दिया गया है. इस कारण लोगों को अब घूम कर दूसरी तरफ जाना पड़ रहा है, जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि पिछले दिनों हुई बरसात और बाढ़ के चलते बड़े नाला बन्द होने की वजह से मिट्टी का हुआ कटाव होने से पुल झुक गया, जिससे इसमें जगह-जगह दरारें आ गई हैं. वहीं लोगों का आरोप है कि इसे बनाने में भी अनियमितताएं बरती गई थीं, इसलिए महज दो साल में इस पुल की ये हालत हो गई.
दोनो तरफ से पुल को किया गया बंद
रिंग रोड से बाईपास नाले के ऊपर बना यह पुल वजीराबाद को जोड़ता है, जो कि लोगों के लिये काफी अहम रास्ता है. लेकिन अब इसे बंद कर दिया गया है, क्योंकि बीते दिनों हुई बरसात और बाढ़ के चलते मिट्टी का कटाव हुआ. इससे जहां पुल की दीवारें झुक गईं तो वहीं पुल के ऊपर सड़क के बीचों-बीच भी बड़ी दरारें आ गई. जिसके चलते यहां कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. जिसे देखते हुए पुल के दोनों तरफ रिग रोड़ और वज़ीराबाद की तरफ से पुल को पूर्ण रूप से बैरिकेडिंग कर बंद कर दिया गया है.
महज 2 साल में क्षत्रिग्रस्त हुए पुल के निर्माण के भ्रष्टाचार का आरोप
स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह पुल करीब 2 साल पहले बनाकर तैयार किया गया था क्योंकि जो वजीराबाद का पुराना पुल है वह कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकता है इस लिए नए पुल का निर्माण किया गया. लेकिन आज स्थिति यह है कि पुराना पुल तो वैसे ही खड़ा है लेकिन नया पुल मात्र 2 साल में ही क्षतिग्रस्त हो गया. लोगो का आरोप है कि इस पुल के निर्माण के दौरान घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया. जिसके चलते यह पुल मात्र 2 साल में ही क्षतिग्रस्त हो गया.
बाढ़ के बाद, जगह-जगह जल-जमाव से उत्पन्न हुआ खतरा
गौरतलब है कि, दिल्ली में जिस तरह से बाढ़ के कारण जगह-जगह जल जमाव देखने को मिल रहा है, उससे संभव है कि इस तरह के अन्य पुल एवं जमीन खिसखने के मामले भी सामने आ सकते हैं. ऐसे में अगर जल्दी ही रिहायशी इलाकों समेत जक-भराव वाले इलाकों से पानी नहीं निकला जाता है तो इस कारण कई हादसे भी सामने आ सकते हैं. कारण बन सकते हैं.