Delhi News: अरुणाचल प्रदेश सरकार में कार्यरत भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के एक अधिकारी (IAS Officer) को केंद्र सरकार ने अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त कर दिया है. 1994 बैच की एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) कैडर की अधिकारी रिंकू दुग्गा (Rinku Dugga) को अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में जातीय मामलों के प्रधान सचिव के रूप में तैनात किया गया था. करीब एक साल पहले एक विवाद में उनका नाम आने के बाद दिल्ली से उनका ट्रांसफर अरुणाचल प्रदेश कर दिया गया था. 


दरअसल, भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी रिंकू दुग्गा और उनके पति संजीव खिरवार को पिछले साल एक अखबार की रिपोर्ट के बाद दिल्ली से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया था. रिपोर्ट में कहा गया था कि आईएएस दंपति ने अपने कुत्ते को घुमाने के लिए खिलाड़ियों से स्टेडियम खाली करने को कहा था. संजीव खिरवार 1994 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में लद्दाख में तैनात हैं.


सूत्रों ने कहा कि दुग्गा को उनके सेवा रिकॉर्ड के मूल्यांकन के बाद मौलिक नियम (एफआर) 56 (जे), केंद्रीय सिविल सेवा (सीसीएस) पेंशन नियम, 1972 के नियम 48 के तहत अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार को अगर लगता है कि उसका कदम ‘‘जनहित’’ में है तो उसे सरकारी कर्मचारी को सेवानिवृत्त करने का अधिकार है.


पद का दुरुपयोग करने का आरोप


बता दें कि वर्ष 2022 में देश की राजधानी दिल्ली में पोस्टिंग के दौरान आईएएस दंपत्ति संजीव खिरवार और उनकी पत्नी रिंकू दुग्गा को पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगा था. मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि उन्होंने अपने कुत्ते को घुमाने के लिए दिल्ली का स्टेडियम खाली करा दिया था. आईएएस दंपत्ति की इस करतूत का फोटो और वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. लंबे समय तक आईएएस दंपत्ति सुर्खियों में इस घटना को लेकर रही थी. सोशल मीडिया पर लोगों ने तरह-तरह की टिप्पणी की थी. केंद्र सरकार के इस हरकत को विवाद का रूप लेता देख रिंकू दुग्गा को अरुणाचल प्रदेश और पति संजीव खिरवार को लद्दाख स्थानांतरित कर दिया था. अब जानकारी यह है कि आईएएस रिंकू दुग्गा को जबरन रिटायर कर दिया गया है. 


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