AIIMS: दिल्ली एम्स के ट्रामा सेंटर में इमरजेंसी सेवाएं शुरू, पिछले साल बना दिया गया था कोविड अस्पताल
पिछले साल कोरोना वायरस की बढ़ती संख्या को देखते हुए 28 मार्च 2020 को एम्स ट्रामा सेंटर को कोविड अस्पताल तब्दील किया गया था और ट्रामा सेंटर में कोरोना का इलाज शुरू कर दिया गया था.
Delhi AIIMS: दिल्ली एम्स में नॉन कोविड मरीजों के लिए ट्रॉमा सेंटर फिर से शुरू हो गया है. गौरतलब है कि पिछले साल मार्च में कोरोना वायरस का संक्रमण शुरू होने पर ट्रॉमा सेंटर को एक कोविड-19 अस्पताल में बदल दिया गया था. अब वापस इमरजेंसी सुविधा को एम्स के मुख्य अस्पताल से ट्रामा सेंटर में स्थानांतरित किया गया है.
पिछले साल कोरोना वायरस की बढ़ती संख्या को देखते हुए 28 मार्च 2020 को एम्स ट्रामा सेंटर को कोविड अस्पताल तब्दील किया गया था और ट्रामा सेंटर में कोरोना का इलाज शुरू कर दिया गया था. वहीं नॉन कोविड मरीजों के इलाज के लिए एम्स के मुख्य अस्पताल में व्यवस्था की गई थी और ओल्ड ओपीडी ब्लॉक में ट्रामा इमरजेंसी चल रही थी.
पिछले कुछ महीनों से हादसा पीड़ितों का इलाज प्रभावित हो रहा था क्योंकि मुख्य अस्पताल में हादसा पीड़ितों के इलाज के लिए 95 बेड की व्यवस्था की गई थी, जो ट्रामा सेंटर की तुलना में आधे से भी कम है. जिसे देखते हुए इस साल अगस्त के अंतिम सप्ताह से ट्रामा सेंटर में हादसा पीड़ित स्थिर मरीज को भर्ती लेने का काम शुरू कर दिया गया था लेकिन ट्रामा इमरजेंसी एम्स के ओल्ड ओपीडी ब्लॉक में ही चल रही थी. अब यह सुविधा भी ट्रामा सेंटर में शुरू कर दी गई है.
एम्स अधिकारियों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बहुत कम हुई है और यहां मरीजों के भर्ती होने की संख्या भी बहुत कम है. यही कारण है कि गैर-कोविड सेवाओं को फिर से शुरू करने का फैसला किया गया है. अगस्त में एम्स के आरडीए ने संस्थान निदेशक को पत्र लिखकर ट्रॉमा सेवाएं शुरू करने की मांग की थी.
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