Delhi AIIMS News: राजधानी दिल्ली स्थित एम्स (Delhi AIIMS) में लोगों को मुफ्त या काफी सस्ती दरों पर विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मिलती हैं, यही वजह है कि देश के कोने-कोने से लोग इलाज के लिए दिल्ली के एम्स पहुंचते हैं, लेकिन 200 से ज्यादा एकड़ में फैले एम्स के अलग-अलग विभागों तक पहुंचने में मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हालांकि, एम्स प्रशासन लंबे समय से परिसर के अंदर निःशुल्क शटल सेवा (Free Shuttle Service) उपलब्ध करवा रहा है, लेकन शटल की संख्या कम होने के कारण मरीजों को काफी देर तक इनका इंतजार करना पड़ता है.


लोगों की इस दिक्कत को देखते हुए एम्स प्रशासन ने शटल की संख्या बढ़ाने के साथ इसके विस्तार का निर्णय लिया है, जिसके तहत अब सीधे एम्स मेट्रो स्टेशन से एम्स परिसर तक मरीजों को शटल सेवा की सुविधा दी जाएगी और इसके फेरे भी बढ़ाये जाएंगे ताकि मरीजों और उनके अटेंडेंट को चिकित्सीय सेवा केंद्र तक पहुंचने में कम से कम परेशानियों का सामना करना पड़े.


100 ई-बसें खरीद रहा एम्स


मिली जानकारी के अनुसार एम्स के आसपास के मेट्रो स्टेशन से ही शटल सेवा मिलेगी, जो मरीजों को ओपीडी एवं अन्य चिकित्सीय सेवा केंद्र तक ले जाएगी. इसके लिए एम्स प्रशासन 100 और ई बसें (मिनी) खरीदने जा रहा है. एम्स के पास दो मेट्रो स्टेशन हैं. पहला, एम्स मेट्रो स्टेशन का गेट नंबर एक है. इस रूट पर मेट्रो की येलो लाइन है. अब मरीजों को सीधे मेट्रो स्टेशन के गेट से एम्स परिसर तक जाने के लिए शटल सेवा मिलेगी. इसी तरह रिंग रोड पर एम्स के गेट नंबर 6 से भी एम्स के लिए निःशुल्क शटल सेवा मिलेगी.


पिंक लाईन मेट्रो पर भी मिलेगी शटल


जो लोग मेट्रो की पिंक लाइन से आ रहे हैं, उन्हें या तो एम्स पहुंचने के लिए आईएनए मेट्रो स्टेशन पर चेंज कर येलो लाइन लेनी पड़ती है या फिर पिंक लाइन के साउथ एक्स स्टेशन पर उतरकर वहां से ऑटो के जरिए गेट नंबर 6 पर पहुंच कर वहां से शटल ले सकते हैं लेकिन अब पिंक लाइन के मरीजों को मेट्रो चेंज करने की जरूरत नहीं पड़ेगी वो साउथ एक्सटेंशन उतरकर वहां से शटल सेवा लेकर एम्स पहुंच सकते हैं.


24 घंटे मिलेगी शटल सेवा, रात में फ्रीक्वेंसी होगी कम


 जानकारी के अनुसार, मेन एम्स ब्लॉक के बाद अब अस्पताल का एक्सटेंशन मस्जिद मोड़ की तरफ हो रहा है, यहां पर ओपीडी ब्लॉक, मदर एंड चाइल्ड ब्लॉक, सर्जरी ब्लॉक जिरियाट्रिक ब्लॉक बनाया गया है. एम्स में रोजाना 12 से 15 हजार मरीज आते हैं और उसमें से अधिकांश को ओपीडी में ही जाना होता है. ओपीडी तक पहुंचने में मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता था जिसे देखते हुए बेहतर शटल सेवा जरूरी हो गई थी. इसलिए एम्स प्रशासन ने शटल सेवा को और बेहतर करते हुए मेट्रो स्टेशन से ही सुविधा देने का फैसला किया है. इसके लिए बसें खरीदने की प्रक्रिया जारी है जिसके महीने भर के अंदर आने की उम्मीद है. ये बसें 24 घंटे सेवा में होंगी, हालांकि रात के वक़्त इनकी फ्रीक्वेंसी कम रहेगी.


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