G20 समिट में आने वाले डेलिगेट्स के लिए AIIMS को बनाया जाएगा रेफरल सेंटर, स्पेशल डॉक्टर्स की टीम करेगी इलाज
G20 समिट में 20 देशों के 10 हजार से ज्यादा डेलिगेट्स शामिल होंगे. इस दौरान वो 10 दिनों तक दिल्ली में रहेंगे. उन्हें चिकित्सा सुविधा की आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली एम्स को रेफरल सेंटर बनाया जाएगा.
G-20 Summit 2023: हिंदुस्तान इस बार G20 समिट की मेजबानी कर रहा है. देश में होने वाले इस आयोजन पर पूरी दुनिया की नजर होगी. पीएम मोदी ने भी अपने कई संबोधन में इस बात का जिक्र किया है कि G20 समिट भारत के लिए कितना महत्वपूर्ण है और भविष्य के अनेक अच्छे परिणाम के लिए यह एक शानदार अवसर है.
इसको लेकर दिल्ली समेत अनेक प्रदेशों में होने वाले कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर हैं. इस दौरान विदेशों से आने वाले मेहमान और डेलिगेट्स की पूरी व्यवस्थाओं का ख्याल रखने की बड़ी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी. इसके साथ ही दिल्ली आए मेहमानों को चिकित्सा सुविधा की आवश्यकता पड़ने पर उन्हें देश की सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा संस्थान दिल्ली एम्स में रेफर किया जाएगा.
G20 देशों के 10 हजार से अधिक डेलिगेट्स होंगे शामिल
एक रिपोर्ट के अनुसार G20 समिट में 20 देशों के 10 हजार से अधिक डेलिगेट्स शामिल होंगे. इस दौरान वो 10 दिनों तक राजधानी दिल्ली में रहेंगे. इस दौरान उनके स्वास्थ्य और खानपान के देखभाल की बड़ी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी. इसलिए चिकित्सा सुविधा की आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली एम्स को रेफरल सेंटर बनाया जाएगा. जहां इलाज के लिए उन्हें लाया जा सके. इसको लेकर दिल्ली एम्स ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं.
विदेशी मेहमानों के लिए गठित किया जाएगा टास्क फोर्स
इसके साथ- साथ विदेशों से आने वाले मेहमान और डेलिगेट्स के लिए स्पेशल टास्क फोर्स गठित किया जाएगा. इसमें उन डॉक्टरों की टीम शामिल होगी जो उन डेलिगेट्स और मेहमानों के लिए तत्पर रहेंगे और उनका इलाज करेंगे. मेहमानों को किसी प्रकार की स्वास्थ समस्या होने पर आधुनिक चिकित्सा सुविधा से युक्त एंबुलेंस के माध्यम से जल्द से जल्द उन्हें इलाज के लिए दिल्ली एम्स लाया जाएगा और इन्ही चिकित्सकों की टीम की निगरानी में उनका इलाज होगा.