Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में स्थित ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) का दुनिया भर में चिकित्सीय इलाज, सुविधा और उपलब्धियों को लेकर अपनी एक अलग पहचान और स्थान है. AIIMS ने इस क्षेत्र में हासिल की गई उपलब्धियों से एक मिसाल स्थापित की है. अब एम्स प्रशासन ने अपनी उन्हीं उपलब्धियों व विरासत को संभालने के लिए संग्रहालय की स्थापना करने का फैसला किया है. अभिलेखों के संग्रह और संग्रहालय स्थापित करने के लिए एम्स प्रशासन ने एक समिति गठित की है, जिसके बाद जल्द ही इस दिशा में काम शुरू किया जाएगा.


एम्स के निदेशक डा. एम श्रीनिवास ने इस संदर्भ में पत्र जारी कर कहा कि इस प्रमुख संस्थान ने कार्य नैतिकता के साथ साक्ष्य आधारित चिकित्सा के क्षेत्र में एक समृद्ध संस्कृति विकसित की है. एम्स, नई दिल्ली की स्थापना 1956 में संसद के एक अधिनियम द्वारा राष्ट्रीय महत्व के एक स्वायत्त संस्थान के रूप में की गई थी. इसका उद्देश्य देश में चिकित्सा शिक्षा के उच्चतम मानकों को एक स्थान पर स्थापित करना था. समर्पित डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के समर्पण व परिश्रम से यह संस्थान स्थापना के बाद से ही देश भर में स्वास्थ्य शिक्षा, अनुसंधान और मरीज देखभाल के क्षेत्र में अग्रणी बना हुआ है.


संस्थान के साथ हाल के समय में जुड़े लोग इसकी कई उपलब्धियों के बारे में नहीं जानते हैं. इसकी जानकारी उन्हें मिलनी चाहिए. जिन्हें एम्स में संग्रहालय के स्थापित किये जाने के बाद इसकी जानकारी मिल सकेगी. इससे आने वाली पीढ़ियों को संस्थान की संस्कृति को अपनाने में मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि डा. पीयूष साहनी की अध्यक्षता में एक टीम गठित की गई है, जिसमें डॉ. निखिल टंडन, डॉ. टीएस जैन समेत आठ डॉक्टरों की टीम शामिल है. अभिलेखों को संस्थान की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा.


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