AIIMS Delhi Doctors Strike: कोलकाता के अस्पताल में एक डॉक्टर का रेप और मर्डर केस के बाद से देश भर में आक्रोश की लहर है. इसके खिलाफ दिल्ली के एम्स में रेजिडेंट डॉक्टर्स ने हड़ताल की. हालांकि, अब एम्स में विरोध प्रदर्शन को लेकर चेतावनी जारी कर दी गई है. एम्स मैनेजमेंट की ओर से जारी नोटिस में लिखा है कि कैंपस में किसी भी तरह का धरना प्रदर्शन या स्ट्राइक नहीं की जानी चाहिए.
इस नोटिफिकेशन में कहा गया है कि कैंपसे क 500 मीटर के रेडियस में स्ट्राइक या प्रदर्शन नहीं होगा. साथ ही, रेजिडेंट डॉक्टर्स किसी भी तरह से ऑफिस के कामकाज में बाधा नहीं डालेंगे. अगर डॉक्टर्स ये नियम नहीं मानते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई की जाएगा.
एम्स द्वारा जारी किए गए मेमोरैंडम में कुछ पॉइंट्स के जरिए नियम जारी किए गए हैं. मैनेजमेंट ने लिखा है कि
- अस्पताल का कोई भी स्टाफ या फैकल्टी मेंबर शैक्षणिक गतिविधियां नहीं रोकेगा. न ही काम में बाधा बनेगा और न ही बाधा डालने वालों का समर्थन करेगा.
- धरना प्रदर्शन में लाउड स्पीकर्स का इस्तेमाल प्रतिबंधित है, किसी भी तरह की तेज आवाज या शोर भी नहीं होना चाहिए.
- एम्स कैंपस के 500 मीटर के अंदर किसी भी प्रकार की मीटिंग या प्रदर्शन नहीं किया जाएगा.
- आधिकारिक काम में बाधा नहीं डाली जाएगी
- विघटनकारी गतिविधियों का हिस्सा कोई नहीं बनेगा.
- ट्रेन यूनियन एक्टिविटी कैंपस के बाहर होंगी
- नियमों का पालन ना करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
बता दें, रेजिडेंट डॉक्टर्स के हड़ताल पर जाने से एम्स में कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को सर्जरी में 80 फीसदी और एडमिट होने वालों में 35 फीसदी की कमी आई. ओपीडी भी हड़ताल की वजह से खासा प्रभावित रही और मरीजों में 20 फीसदी तक की कमी आई.
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