Delhi Air Pollution: दिल्ली में प्रदूषण से राहत, नीचे आया AQI, अब सर्दी करेगी लोगों को परेशान
Delhi Air Pollution News: दिल्ली वालों के लिए आगामी 15 दिन मौसम के लिहाज से काफी अहम हैं. इस दौरान वायु प्रदूषण (Delhi Pollution) के साथ लोगों को शीतलहर और कोहरे का सामना करना पड़ सकता है.
Delhi AQI Today: दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से जारी खतरनाक वायु प्रदूषण से बुधवार को लोगों को राहत मिली. एक्यूआई में कमी के लिए तेज हवा को कारण माना जा रहा है, लेकिन लेकिन तापमान में गिरावट ने लोगों की परेशानी बढ़ गई है. लोग अब गर्म कपड़े पहनने के लिए मजबूर हैं. आगामी एक से दो दिनों में न्यूनतम तापामन 10 डिग्री से नीचे गिरने का अनुमान है.
दिल्ली NCR में देर रात और सुबह के समय घना कोहरा छाया रहा. कोहरे की वजह से सुबह के समय दिल्ली एनसीआर में विजिबिलिटी बहुत कम दर्ज की गई.
द्वारका में AQI सबसे ज्यादा
दिल्ली में बुधवार को सुबह के समय भी एक्यूआई बेहद खराब दर्ज किया गया. द्वारका और उत्तम नगर में 388, जनकपुरी में 384, सुखदेव विहार में 381, अलीपुर में 379, शालीमार बाग में 377, रोहिणी में 382, मॉडल टाउन में 377 दर्ज किया गया. दिल्ली के अधिकांश इलाकों में एक्यूआई 300 से ज्यादा है.
मौसम विभाग ने बुधवार को घना कोहरा छाये रहने का अनुमान जताया है. जबकि अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 25 और 12 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
दिल्ली में मंगलवार को दिन का तापमान 25.4 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री कम है. शाम के दौरान ठंडी हवाएं चलीं और शहर में कोहरा छाया रहा.
सोमवार की रात दिल्ली में इस मौसम की सबसे ठंडी रात रही जब न्यूनतम तापमान 12.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पिछली रात यह 16.2 डिग्री सेल्सियस था. जबकि अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. विभाग ने कहा कि दिन में आर्द्रता का स्तर 89 प्रतिशत से 69 प्रतिशत के बीच रहा.
इमरजेंसी बैठक बुलाए केंद्र
दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए मंगलवार को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इस मुद्दे से निपटने के लिए केंद्र से आपात बैठक बुलाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि इस मामले में हस्तक्षेप करना पीएम नरेंद्र मोदी की नैतिक जिम्मेदारी है.
केंद्र ने राष्ट्रीय राजधानी में कृत्रिम बारिश कराने की अनुमति देने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा बार-बार किये गए अनुरोधों पर कोई कार्रवाई नहीं की है. दिल्ली सरकार एक बार फिर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को इस संबंध में पत्र के जरिए इसकी इजाजत देने की मांग करेगी.