Delhi HC on Akhoondji Mosque Eid Prayers: दिल्ली के महरौली में ध्वस्त 'अखूंदजी मस्जिद' पर ईद के मौके पर नमाज अदा नहीं की जा सकेगी. दिल्ली हाई कोर्ट ने सोमवार (8 अप्रैल) को महरौली में ध्वस्त 'अखूंदजी मस्जिद' स्थल पर रमजान के महीने और ईद के दौरान नमाज अदा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया. हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस मनमोहन की अध्यक्षता वाली बेंच ने निर्देश दिया कि संबंधित मामले को 7 मई को सूचीबद्ध किया जाए.
मुंतज़मिया कमेटी मदरसा बहरूल उलूम और कब्रिस्तान की ओर से याचिका दी गई है, जिसमें रमजान और ईद की नमाज के लिए लोगों को मस्जिद में एंट्री की अनुमति देने की मांग वाली याचिका खारिज करने के सिंगल जज बेंच के आदेश को चुनौती दी गई है.
अखूंदजी मस्जिद में ईद की नमाज होगी या नहीं?
दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा है कि सिंगल जज ने शब-ए-बारात के अवसर पर नमाज की अनुमति देने से इनकार करने वाले एक अन्य आदेश के आधार पर फैसला दिया और इस आदेश को चुनौती देने वाली एक अलग अपील मई में सुनवाई के लिए आ रही है. याचिकाकर्ता के वकील ने अदालत से एक आदेश पारित करने का आग्रह किया. याचिकाकर्ता ने कहा कि रमज़ान के साथ-साथ ईद की अवधि भी तब तक समाप्त हो जाएगी, लेकिन जस्टिस मनमीत पीएस अरोड़ा वाली बेंच ने कहा कि इस स्तर पर मामले में कोई अंतरिम आदेश पारित नहीं किया जा सकता है, खासकर जब सिंगल बेंच ने करीब एक महीने पहले राहत देने से इनकार कर दिया.
कोई अंतरिम आदेश पारित नहीं हो सकता- हाई कोर्ट
हाई कोर्ट ने कहा कि याचिका की सुनवाई उस अपील के साथ करनी होगी. विवादित आदेश 11 मार्च का है. कोर्ट ने आगे कहा कि आपने अपने मामले को लिस्टेड कराने के लिए इतने लंबे समय तक इंतजार किया. आज हम 8 अप्रैल को हैं. इस पर 7 मई को उस याचिका के साथ सुनवाई होगी. कोई अंतरिम आदेश पारित नहीं हो सकता है.
याचिकाकर्ता के वकील ने क्या कहा?
उधर, याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि समिति पिछले दरवाजे से कोई प्रवेश पाने की कोशिश नहीं कर रही है. बाबरी मस्जिद मामले और ज्ञानवापी मामले पर भरोसा करते हुए, उन्होंने कहा कि संवैधानिक अदालतों ने पहले धार्मिक मान्यताओं का सम्मान किया है और धार्मिक स्थलों के संबंध में कानूनी विवादों के लंबित रहने तक नमाज अदा करने की अनुमति दी है. अगर एक घंटे के लिए ईद की नमाज की अनुमति दी जाती है, तो कुछ बिगड़ नहीं जाएगा. बता दें कि 11 मार्च को सिंगल जज ने 'अखुंदजी मस्जिद' में रमज़ान के महीने के दौरान प्रार्थना की अनुमति देने से इनकार कर दिया था.
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