MCD News: तीनों निगमों के एकीकरण को लेकर तेज होती प्रक्रिया के बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने उत्तरी, दक्षिणी, पूर्वी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त और नई दिल्ली नगर पालिका परिषद् के सचिव के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की है. इस बैठक में कोरोना के बाद कक्षा 3 से 5वीं तक के बच्चों में आए लर्निंग गैप को दूर करने की चर्चा हुई.
साथ ही बच्चों के पढ़ने-लिखने और बुनियादी गणितीय क्षमताओं को बेहतर करने के लिए MCD के स्कूलों में मिशन बुनियाद के क्रियान्वयन को लेकर योजना बनाई गई. इसके साथ ही, इस बात पर सहमति बनी कि अगले हफ्ते से स्कूलों में तीसरी से पांचवीं कक्षा तक के सभी बच्चों का बेसलाइन असेसमेंट होगा.
बच्चों में लर्निंग गैप को खत्म किया जाए- सिसोदिया
बैठक में सिसोदिया ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान पिछले 2 सालों में बच्चों की लर्निंग में बड़ा गैप आया है. नए सत्र में स्कूलों के पूरी तरह से खुलने के बाद अब ये बेहद जरुरी हो गया है, कि इस लर्निंग गैप को खत्म करने का काम किया जाए. उन्होंने कहा कि बच्चों की पढ़ाई में आए इस गैप को खत्म करने के लिए शिक्षा निदेशालय और नगर निगम के स्कूलों को साथ मिलकर काम करना होगा. सिसोदिया ने निगमायुक्तों से चर्चा करते हुए कहा कि मिशन बुनियाद का बेहतर क्रियान्वयन हो सके, इसलिए सभी निगमायुक्त ये सुनिश्चित करें कि वे एमसीडी के स्कूलों के प्रिंसिपलों से बात कर मिशन बुनियाद की प्रगति की जांच करेंगे.
बता दें कि NCRT ने मिशन बुनियाद के तहत स्टूडेंट लर्निग मटेरियल और टीचर मैन्युअल भी तैयार किया है. इसमें 25 वर्कशीट के गणित की वर्कबुक, बच्चों के पढ़ने-सुनने-बोलने और राइटिंग स्किल को बेहतर बनाने के लिए 26 कहानियों की एक किताब शामिल है.
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मिशन बुनियाद का उद्देश्य
. कक्षा 3 से 5वीं तक का हर बच्चा पढ़ने-लिखने के साथ बेसिक गणित के सवाल हल कर सके
. बच्चों पर सिलेबस का भार डालने के बजाय उनके बुनियाद को मजबूत करना
. बच्चों की लर्निंग लेवल के अनुसार टीचिंग व सपोर्ट
. बच्चों की प्रगति जांचने के लिए पीरियोडिक असेसमेंट
क्या होगा मिशन बुनियाद का एक्शन प्लान
. सभी एमसीडी आयुक्त अपने स्कूलों के प्रिंसिपल के साथ मीटिंग कर मिशन बुनियाद के क्रियान्वयन पर चर्चा करेंगे और व्यक्तिगत तौर पर उसके प्रगति की जांच करेंगे.
. सिलेबस से अलग हटकर अगले तीन महीनों तक बच्चों के पढ़ने-लिखने और बुनियादी गणित की क्षमताओं को बेहतर बनाने का काम किया जाएगा.
. ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान स्कूलों में होगा समर कैंप का आयोजन, कैंप में प्रतिदिन कम से कम 1-1 घंटे होगी बेसिक लिटरेसी और न्यूमरेसी की क्लास.
. नगर निगम के स्कूलों में भी किया जाएगा मेगा पीटीएम का आयोजन पेरेंट्स को बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने के लिए किया जाएगा प्रेरित.
. शिक्षा निदेशालय, नगर निगम के स्कूलों को देगी कॉमन पोर्टल एक्सेस ताकि मिशन बुनियाद के बेहतर क्रियान्वयन और बच्चों की प्रगति जांचने के लिए हर सप्ताह स्कूल कर सके डेटा अपलोड.
साथ ही हर साल एमसीडी फीडर स्कूलों से डीओई के स्कूलों में होने वाले प्लांड एडमिशन को लेकर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कई मौकों पर देखा गया है कि स्टूडेंट्स अन्य स्कूलों में एडमिशन ले लेते हैं या दिल्ली छोड़ कर अपने मूल स्थानों पर चले जाते हैं. उसके बावजूद भी उनका नाम एमसीडी फीडर स्कूलों के डेटाबेस में मौजूद होता है. एडमिशन के दौरान कई फीडर स्कूलों द्वारा उनका स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया जाता है. इसके कारण प्लांड एडमिशन के तहत टोटल नंबर ऑफ एनरोलमेंट और एक्चुअल नंबर ऑफ एडमिशन में अंतर देखने को मिलता है. उन्होंने कहा कि समय रहते एमसीडी फीडर स्कूलों द्वारा इस गलती को दूर कर लेना चाहिए ताकि संसाधनों का सही इस्तेमाल हो सके.
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