Delhi News: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) द्वारा बुधवार को दिए गए बयान पर गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने पलटवार किया है. उन्होंने CM अरविंद केजरीवाल का सीएए को लेकर बयान की 'शरणार्थियों को नागरिकता देने से चोरी और बलात्कार बढ़ेंगे' पर कहा, "दिल्ली के मुख्यमंत्री अपने भ्रष्टाचार के उजागर होने से अपना आपा खो बैठे हैं. उन्हें पता नहीं है कि ये लोग भारत में आ चुके हैं और भारत में रह रहे हैं." 


अमित शाह ने आगे कहा' "अगर उन्हें इतनी ही चिंता है तो वे बांग्लादेशी घुसपैठियों की बात नहीं करते या रोहिंग्या का विरोध क्यों नहीं करते? दिल्ली के सीएम वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं. वे विभाजन की पृष्ठभूमि भूल गए हैं. उन्हें शरणार्थी परिवारों से मिलना चाहिए."






टाइमिंग पर सवाल न उठाए विपक्ष


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विरोधी दलों के नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि सीएए कानून पर विपक्ष झूठ की राजनीति कर रही है. सीएए की टाइमिंग पर सवाल उठाना भी पूरी तरह से आधारहीन है. 


सीएम ने क्या कहा था?


दरअसल, 13 मार्च को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि ये CAA आखिर क्या है?  बीजेपी की केंद्र सरकार का कहना है कि तीन देश बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से अल्पसंख्यक अगर भारत की नागरिकता लेना चाहें, तो उनको दे दी जाएगी. इसका मतलब बड़ी संख्या में इन देशों से अल्पसंख्यकों को लाया जाएगा और उन्हें रोजगार दिए जाएंगे. उनके लिए घर बनाए जाएंगे. उनको यहां बसाया जाएगा. यह अजीब बात है ना?


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