Delhi Water Crisis: दिल्ली में पेयजल आपूर्ति के हिसाब से यमुना नदी का बेहद महत्वपूर्ण योगदान है. इसके बावजूद प्रदूषण की मार से यमुना का बुरा हाल है. यही वजह है कि बीते दिनों यमुना नदी में अमोनिया का प्रभाव देखा जा रहा था. अब एक बार फिर से दिल्ली के लोगों के लिए बेहद चिंताजनक खबरें सामने आई है. जब दिल्ली के यमुना नदी में अमोनिया का स्तर लगातार बढ़ रहा है. अब तक मिली रिपोर्ट के अनुसार यमुना नदी में अमोनिया का स्तर 7.8 पीपीएम तक पहुंच चुका है. यह काफी खतरनाक माना जा रहा है.  इसकी वजह से दिल्ली के वाटर सप्लाई पर भी सीधा असर पड़ रहा है.


दरअसल, यमुना नदी में अमोनिया का स्तर 7.8 पीपीएम तक पहुंचने से सीधे-सीधे दिल्ली के दो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर असर पड़ा है, जिसकी वजह से घरों में पानी सप्लाई भी प्रभावित होती दिखाई दे रही है. प्रभावित क्षेत्रों में सिविल लाइंस, कमला नगर, शक्ति नगर, करोल बाग, पहाड़गंज, एनडीएमसी क्षेत्र, ओल्ड और न्यू राजेंद्र नगर, प्रेम नगर, पटेल नगर,  बलजीत नगर, इंद्रपुरी, कालकाजी, तुगलकाबाद,  गोविंदपुरी, संगम विहार, अंबेडकर नगर,  रामलीला ग्राउंड, दिल्ली गेट, सुभाष मार्ग, प्रहलादपुर, मॉडल टाउन, गुलाबी बाग, जहांगीरपुरी, पंजाबी बाग, मूलचंद, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, दिल्ली कैंट के कुछ क्षेत्र अथवा साउथ दिल्ली के कुछ इलाके शामिल है.


सीएम केजरीवाल ने की बैठक


दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने कल स्वास्थ्य विभाग,  स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दिल्ली में बढ़ते जल संकट को लेकर समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने  अधिकारियों को प्रतिदिन  दिल्ली के वाटर सप्लाई सहित अन्य जल संकट  संबंधित रिपोर्ट को पेश करने का दिशा निर्देश दिया है.  बीते 28 मार्च से लगातार बढ़ रहा है यमुना नदी में अमोनिया का स्तर राजधानी दिल्ली में बड़े जल संकट की ओर इशारा कर रहा है. हाल ही में यमुना पानी में अमोनिया का स्तर बढ़ने से दिल्ली के दर्जनों इलाकों में पेयजल आपूर्ति 48 घंटे तक प्रभावित हुई थी. 

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