(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अमूल के बाद मदर डेयरी ने भी बढ़ाई कीमतें, जानें प्रति लीटर कितना महंगा हुआ दूध?
Milk Price Hike: अमूल और मदर डेयरी ने दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है. दूध की कीमत में यह बढ़ोतरी आम लोगों के बजट को प्रभावित कर सकती है.
Milk Price Rise News: देश की दो बड़ी दूध उत्पादक और विक्रेता अमूल और मदर डेयरी ने एक बार फिर से अपने दूध कीमतों में इजाफा कर दिया है, और इस बार दो रुपये प्रति लीटर कीमत बढ़ाई गई है, जो आज से लागू हो गयी है. इससे पहले पिछले साल फरवरी महीने में अमूल ने तीन रुपये प्रति लीटर दूध के दाम बढ़ाए थे. नई कीमतों के लागू होने के बाद अब अमूल गोल्ड की कीमत 64 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 66 रुपये प्रति लीटर हो गयी है.
जबकि अमूल टी स्पेशल की प्रति लीटर कीमत 62 रुपये से बढ़कर 64 रुपये प्रति लीटर और अमूल शक्ति की कीमत 60 रुपये से बढ़ाकर 62 रुपये प्रति लीटर हो गयी है. अमूल भैंस के दूध की 500ML की थैली अब 35 रुपये के बजाय 37 रुपये जबकि एक लीटर वाले पैक की कीमत 70 के बजाय 72 रुपये हो गई है. इसके साथ ही अमूल ने दही की कीमत में भी इजाफा कर दिया है.
मदर डेयरी ने भी बढ़ाये दाम
वहीं मदर डेयरी ने भी अपनी दूध की कीमतों को 2 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बढ़ा दिया है. नई कीमतों के मुताबिक, मदर डेयरी की बल्क वेंडेड मिल्क के लिए 52 रुपये के बदले 54 रुपये, टोंड मिल्क 54 के बदले 56 रुपये, काऊ मिल्क 56 के बदले 58 रुपये, फुल क्रीम मिल्क 66 रुपये के बदले 68 रुपये, बफेलो मिल्क 70 के बदले 72 रुपये किलो और डबल टोंड मिल्क 48 के बदले 50 रुपये प्रति लीटर चुकाने होंगे.
एक बार फिर से बढ़े दूध के दाम ने दिया झटका
आज सुबह जब लोग दूध लेने डेयरी पर पहुंचे तो दूध की बढ़ी हुई कीमत से उनके दिन की शुरुआत महंगाई के एक और झटके के साथ हुई. लोगों का कहना है कि जिस हिसाब से फिर से दूध के दाम बढ़ाये गए हैं, उससे वो नाखुश हैं. दूध लेने डेयरी पर पहुंचे राजेश कपूर का कहना है कि सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए. इस तरह से लगातार रोजमर्रा की खपत होने वाली जरूरतों की चीजों की कीमतें बढ़ने से इसका सीधा असर आम लोगों के पॉकेट और उनके घर के बजट पर भारी पड़ता है.
दूध की बढ़ी कीमत से उनके रसोई बजट पर फिर पड़ेगा असर
वहीं ज्योति वर्मा और सुनिधि ने कहा कि हर चीज की कीमत पहले से ही बढ़ी हुई है, उस पर दूध की कीमत बढ़ने से इसका सीधा असर लोगों के बजट पर पड़ता है. माध्यम वर्गीय परिवार को हर खर्च सोच कर करना पड़ता है, और हर खर्चों के लिए एक सीमित रकम वो खर्च करते हैं. अब ऐसे में अगर दूध जैसी आवश्यक और रोज खपत होने वाली चीज की कीमत बढ़ती है, तो लोगों को मजबूरन अन्य चीजों के खर्चो में कमी करनी पड़ेगी, तभी वो अपनी कमाई के अनुसार, अपने घर का खर्च चलाते हुए बाकी जरूरतों को पुरी कर पाएंगे.
महंगे चारे और इनपुट कॉस्ट की वजह से बढ़ानी पड़ी कीमत
वहीं दूध कारोबारियों का कहना है कि "कीमतों में यह वृद्धि दूध के संचालन और उत्पादन की कुल लागत में वृद्धि के कारण की गयी है. पशुओं के चारे की लागत में वृद्धि होने के साथ इनपुट कॉस्ट भी बढ़ गया हैज़ जिसे ध्यान में रखते हुए, हमारे सदस्य संघों ने पिछले वर्ष की तुलना में किसानों की कीमतों में 6-8 प्रतिशत की वृद्धि की है."
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