Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भीषण ठंड से बचने के लिए अंगीठी जलाना कई परिवारों के लिए काल साबित हो रहा है. ऐसे मामले सामने आने का सिलसिला अभी जारी है. ताजा मामला दक्षिण दिल्ली के मैदानगढ़ी से जुड़ा है. इस मामले में भीषण ठंड में सर्दी से बचने के लिए 27 जनवरी की रात को दिनेश का परिवार कमरे में अंगीठी जलाकर सो गया. उसके बाद दम घुटने से मां-बेटे की मौत हो गई. जबकि गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है.
मैदानगढ़ी थाना पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. थाना पुलिस के मुताबिक सफदरजंग अस्पताल से जानकारी मिली है कि दिनेश का परिवार पिछले दो साल से मैदानगढ़ी में किराये के एक मकान में रहता है. दिनेश अपनी पत्नी 23 वर्षीय पत्नी अंजलि, छह साल का बेटा दिव्यांश, चार साल की बेटी देवांशी और दो साल का बेटा शंभू के साथ मैदानगढी़ में रहता है. दिनेश लंबे अरसे से असोला के एक फार्म हाउस में माली का काम करता है. जबकि अंजलि गृहिणी है.
ठंड से बचने के लिए जलाया था अंगीठी
27 जनवरी को दिनेश के परिवार ने उस कमरे में अंगीठी का इस्तेमाल किया, जिसमें दरवाजे के अलावा कोई वेंटिलेशन प्रावधान नहीं था. सुबह परिवार के सभी सदस्य कमरे के अंदर ऑक्सीजन के लिए हांफते मिले. पांचों को तत्काल सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों ने इनमें दो अंजलि और शंभू को मृत घोषित कर दिया. शेष निदेश, दिव्यांश, और बेटी देवांशी का का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
जांच में जुटी थाना पुलिस
मैदानगढ़ी थाना पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद बताया है कि इस मामले में किसी भी तरह की गड़बड़ी के संकेत नहीं मिले हैं. फिलहाल थाना पुलिस धारा 174 सीआरपीसी के तहत मामला दर्ज कर कार्यवाही में जुटी है. वहीं अंजलि और शंभू के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.