Anjali Death Anniversary: कुछ घंटों बाद एक बार फिर दिल्ली वाले नये साल के जश्न में डूबे नजर जाएंगे, लेकिन ऐसा करने से पहले सभी को कुछ याद करने की जरूरत है. आप सोच रहे होंगे कि नये साल का स्वागत करने से पहले, मैं, सभी को आगाह क्यों कर रहा हूं. तो आप लोग यह जान लीजिए कि मामला ही कुछ ऐसा है, जिसे याद करना लाजिमी है. बात जश्न मनाने या न मनाने की नहीं है. आप जमकर जश्न मनाइए, लेकिन हर काम सतर्कता के साथ करने की जरूरत होती है. 


दरअसल, अंजलि सिंह नाम बहुत कम लोगों को याद होगा. अधिकांश लोग इस नाम को भूल गए होंगे. याद नहीं आ रहा ना, कौन सी अंजलि? इसमें आपकी कोई गलती नहीं, भूलने की लोगों की आदत होती है, लेकिन मेरा मानना है कि अंजलि को आज सभी लोग जरूर याद करें. दिल्ली के रहने वाले भी और जो कहीं और रहते हैं, उन्हें भी, उसे याद रखना चाहिए. ऐसा इसलिए कि उसके साथ एक साल पहले जो हुआ वो किसी के साथ नहीं होना चाहिए. अंजलि को कथित रूप से नशे में धुत कुछ लोगों ने नया साल शुरू होते ही अपनी कार से दिल्ली की सड़कों पर करीब 14 किलोमीटर तक घसीटा था. ठीक उसी वक्त जब पूरी दुनिया नये साल के पहले दिन जश्न में डूबी थी. तब 20 साल की अंजलि के नसीब में बहुत बुरी मौत आई थी, इसलिए हैप्पी न्यू ईयर 2024 का सुरूर तो ठीक है, पर थोड़ा संभलकर रहिए और जमकर जश्न मनाइए.




क्या हुआ था 31 दिसंबर 2022 की रात?


आज से ठीक एक साल पहले दिल्ली के कंझावला इलाके में 31 दिसंबर 2022 की शाम 5 बजकर 10 मिनट पर अंजलि सिंह के आरोपियों ने रोहिणी में रहने वाले अपने दोस्त से बलेनो कार जश्न मनाने के लिए उधार मांगी थी. उसके बाद 10 बजे वे रानीबाग में एक दुकान पर रुके और जमकर शराब पी. वहां से सभी मुरथल के लिए निकल गए. इसके बाद उसी रात लगभग डेढ़ बजे पीसीआर को कॉल आई कि सुल्तानपुरी में एक लावारिस और डैमेज्ड स्कूटी सड़क पर पड़ी है. इस कॉल को नशे में धुत्त पुलिस की लोकल टीम ने गंभीरता से नहीं लिया. रात ढाई बजे फिर पीसीआर को एक और कॉल आई कि अमन विहार में एक कार बॉडी को घसीटते हुए जा रही है. इस पर भी दिल्ली पुलिस नहीं चेती. तीन बजकर 24 मिनट पर पीसीआर के पास फिर एक और कॉल आई. इस बार कॉल करने वालों ने पुलिस को बताया कि एक कार ह्यूमन बॉडी को घसीट रही है. पुलिस अब भी नहीं जागी. सुबह करीब 4 बजकर 11 मिनट पर एक जोमैटो डिलीवरी बॉय ने पीसीआर को कॉल कर बताया कि कंझावला में हनुमान मंदिर के पास एक बॉडी लावारिस हालात में सड़क पर पड़ी है. उसके बाद पुलिस न कॉल की सुध ली तो उसके पांव के नीचे से जमीन खिसक गई. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जब तक पुलिस वाले नये साल के सुरूर से बाहर आये तब तक यानी सुबह 5 बजे तक आरोपियों ने कार को उसके मालिक को वापस कर दिया था और पुलिस की पहुंच से दूर हो गए थे. 


कार की चपेट में कैसे आई अंजलि?


दरअसल, 31 दिसंबर 2022 की रात आरोपियों की तरह अंजलि भी अपनी दोस्त निधि के साथ नए साल का जश्न मनाने के लिए घर से बाहर निकली थी. अंजलि अपने घर से शाम साढ़े छह बजे स्कूटी से अपनी दोस्त निधि के घर पहुंची. वहां से शाम साढ़े सात बजे दोनों विवान होटल पहुंचे. अंजलि और निधि इस होटल में रात में डेढ़ बजे तक रुके और जमकर पार्टीबाजी की. उसके बाद दोनों स्कूटी से घर लौटने के लिए होटल से निकल गए. जानकारी के मुताबिक रात के करीब दो बजे के आसपास मुरथल से आ रही आरोपियों की कार और स्कूटी के बीच टक्कर हुई. इसके बाद अंजलि और निधि स्कूटी से गिर पड़ते हैं, लेकिन अंजलि कार के नीचे फंस जाती है. इस बात की जानकारी आरोपियों को थी कि अंजलि कार के नीचे फंस गई है, लेकिन नशे में धुत आरोपियों ने कार नहीं रोकी और उसे घसीटते रहे.


कंझावला कार ड्रैगिंग केस में क्या हुआ?


दिल्ली के कंझावला मर्डर केस से सकते में आई दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अमित खन्ना, मिथुन कुमार, कृष्ण और मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया. चारों आरोपी जेल में बंद हैं. इस मामले में तीन और लोगों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. तीनों पर आरोपियों को बचाने का आरोप है. तीनों जमानत पर जेल से बाहर हैं. 


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